रूस-यूक्रेन युद्ध को एक साल पूरा होने को है। इस बीच यूक्रेन सरकार ने युद्ध में जाने वाले सैनिकों के स्पर्म फ्रीज करने की कवायद शुरू की है। इसके लिए उन्हें प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि युद्ध के बाद सैनिक घायल हो जाएं या उनकी घर वापसी न हो तो भी उनका वंश आगे बढ़ता रहे।
20 साल तक हो सकता है स्पर्म का इस्तेमाल
यूक्रेनी नागरिक किरकैच एंटोनेंको का कहना है कि जिन महिलाओं के पास अपने मृत पति का स्पर्म होगा, वह इसका उपयोग 20 साल तक कभी भी कर सकती हैं। लिहाजा इस कवायद से प्रेरित होकर करीब 40% सैनिकों ने अपने स्पर्म फ्रीज कराना शुरू कर दिया है। वहीं सैनिकों की पत्नियां भी सोशल मीडिया पर कैंपेन चला रही हैं।
युद्ध की शुरुआत में बर्बाद हुई थी फर्टिलिटी इंडस्ट्री
रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरुआत में रूसी हमलों से यूक्रेन की फर्टिलिटी इंडस्ट्री पूरी तरह बर्बाद हो गई थी। इसमें चीन, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली और स्पेन से लोग सरोगेसी के लिए आते थे। इस तरह देश के सबसे बड़े फर्टिलिटी क्लिनिक को यूक्रेन दोबारा पटरी पर ला रहा है।
क्लिनिक को 80% तक वापस करने की कवायद
स्पर्म सहेजने की इस पहल को हीरो नेशन कहा जा रहा है। सरकार यूक्रेन में सरोगेसी क्लिनिक को दोबारा पटरी पर लाने का प्रयास कर रही है। इससे इंडस्ट्री युद्ध के पहले की क्षमता के लगभग 80% तक वापस उबर जाएगी। इधर रूस से पुरानी रंजिश रखने वाले चेचेन, क्रीमियाई, तातार और पूर्व सोवियत गणराज्यों के लोग यूक्रेन की सेना के साथ युद्ध में उतर रहे हैं।