मेरठ में पुलिसकर्मियों ने 10 फीट गहरे नाले में गिरे कुतिया के नवजात बच्चों को बाहर निकाला। इतना ही नहीं ठंडी से ठिठुरते पिल्लों को साफकर गर्मी दिलाने के लिए उन्हें अलाव भी जलाई। पुलिस की सिक्योरिटी पाकर दोनों पिल्ले सुरक्षित हैं। बाद में अपनी मां के साथ चले गए। लेकिन पुलिसकर्मियों के इस काम की काफी तारीफ हो रही है।
भौंकने की आवाज खोजते रहे पुलिसकर्मी
मामला मेरठ के गंगानगर थाने का है। जहां शनिवार को देर रात थाने के सामने के नाले में दो पिल्ले गिर गए। थाने के बिल्कुल सामने गहरा नाला है। देर रात सड़क सुनसान थी। ठंड भी बहुत ज्यादा थी। ऐसे में थाने पर ड्यूटी दे रहे पुलिसकर्मियों को अचानक पिल्लों के चिल्लाने की आवाज आई। पुलिसकर्मी पहले इधर-उधर खोजते रहे कि पिल्ले कहां है।
थाने के सामने नाले में गिरे थे नवजात
काफी देर बाद जब नाले की तरफ जाकर देखा तो वहीं से आवाज आ रही थी। पुलिसकर्मियों ने टॉर्च जलाकर देखा तो नाले में कुतिया के दो नवजात बच्चे गिरे थे। पिल्ले नाले से बाहर निकलने के लिए छटपटा रहे थे। पुलिसकर्मियों ने पहले डंडा डालकर दोनों नवजातों को बाहर निकालने का प्रयास किया। बच्चे नहीं निकले। घने कोहरे और ठंड की परवाह किए बिना होमागर्ड राजीव कुमार ने खुद ही नाले में से दोनों पिल्लों को निकालकर लाए।
नाले में सीढ़ी डालकर निकाले बच्चे
थाने पर मौजूद दरोगा दिव्यांश आर्य, भरत सास्वत, अमित मिश्रा, हेड कांस्टेबल बैतूल अली और कांस्टेबल जय भगवान शर्मा और शिवाकांत ने बच्चों के रोने की आवाज सुनी। इस दौरान बच्चों की मां भी पुलिसकर्मियों के आसपास अपने बच्चों को बाहर निकालने के लिए भौंक-भौंक कर गुहार लगाती रही। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने नाले में उतरने के लिए आननफानन में सीढ़ी का इंतजाम किया और नाले में उतर गए।
अलाव जलाकर दी गर्मी
बच्चों को नाले से निकालने के बाद देखा कि पिल्ले ठंड से ठिठुर रहे थे। ठंड इतनी ज्यादा थी कि दोनों नवजातों का बचना मुश्किल था। इसलिए पुलिसकर्मियों ने अलाव जलाकर दोनों पिल्लों को लकड़ी की खूब गर्मी देकर उन्हें पूरी तरह सुखाया और तपाया। ताकि बच्चों की जान बच सके। पुलिसकर्मियों ने इस घटना की वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड किया है। जिसके बाद पुलिसकर्मियों की मानवता को देखकर लोग उनकी प्रशंसा कर रहे हैं।