राजस्थान में पारा माइनस में पहुंच चुका है। रोज सर्दी नए रिकॉर्ड बना रही है। देर रात चुरू और फतेहपुर में पारा माइनस में रिकॉर्ड हुआ। अब कुछ दिन पारा बाढ़ेगा। इसके बाद मकर संक्रांति से फिर माइनस में जा सकता है। वेस्टर्न डिर्स्टबेंस के बाद पहाड़ों में होने वाली बर्फबारी के प्रभाव से राजस्थान से मौसम में ऐसा बदलाव देखने को मिल सकता है। इससे राजस्थान में तेज हवा भी चलेगी।
वहीं, रबी की फसल के लिए मावठ का इंतजार कर रहे किसानों अभी इंतजार करना पड़ सकता है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक 15 जनवरी तक बारिश या बूंदाबांदी के कोई आसार नहीं है। 5 साल बाद ऐसा होगा, जब मिड जनवरी तक बारिश का सूखा रहेगा। साथ ही लोगों के लिए राहत की बात है कि 14 जनवरी तक सर्दी का कहर थोड़ा कम हाेगा। घने कोहरे व सर्द हवा से लोगों को राहत मिलेगी।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक 8-9 और 11-12 जनवरी को वेस्टर्न डिर्स्टबेंस का असर उत्तरी भारत में रहेगा। इससे मैदानों से आने वाली हवा रुकेगी और तापमान बढ़ने लगेगा। जयपुर समेत कई शहरों में रात का न्यूनतम तापमान 3-4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चूरू, झुुंझुनूं, अलवर बेल्ट में घने कोहरे से लोगों को राहत मिलेगी। इधर चूरू, सीकर, टोंक, धौलपुर, करौली, भरतपुर समेत अन्य शहरों में शीतलहर से भी राहत मिल सकती है।
धूप निकलने से मिली राहत, तापमान बढ़ा
पिछले कुछ दिनों से लगातार घने कोहरे, शीतलहर से जो कोल्ड-डे की स्थिति बनी हुई थी। इससे शनिवार को लोगों को काफी राहत मिली है। कोटा, बूंदी, बारां में शुक्रवार को दिन का तापमान जो 15 से 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास था, वह शनिवार को बढ़कर 20 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया। गंगानगर, हनुमानगढ़ में भी दिन के तापमान में 6 डिग्री सेल्सियस तक का इजाफा हुआ और लोगों को धूप निकलने से राहत मिली। जालौर, डूंगरपुर, जोधपुर, उदयपुर, चितौड़गढ़ में कल दिन का अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज हुआ।
14 जनवरी तक बारिश के कोई आसार नहीं
8-9 और 11-12 जनवरी को जो वेस्टर्न डिर्स्टबेंस आएंगे उसका असर राजस्थान के उत्तरी हिस्सों में आंशिक रूप से देखने को मिल सकता है। हालांकि इन एरिया में बारिश या बूंदाबांदी होने के कम ही आसार है। साल 2016 के बाद अब इस बार ऐसी संभावना है, जब राजस्थान में मिड जनवरी तक बारिश नहीं होगी। इससे रबी की फसल के प्रभावित होने के आसार है।
संक्रांति बाद माइनस में जा सकता है पारा
मकर संक्रांति बाद एक बार फिर राज्य में कड़ाके की सर्दी का दौर शुरू हो सकता है। तेज सर्द हवाएं चलने के कई जगहों पर पारा वापस माइनस या जमाव बिंदु पर जा सकता है। वेस्टर्न डिर्स्टबेंस के बाद पहाड़ों में होने वाली बर्फबारी के प्रभाव से राजस्थान से मौसम में ऐसा बदलाव देखने को मिल सकता है।
राजस्थान में पिछले 24 घंटे का तापमान
शहर | अधिकतम | न्यूनतम |
अजमेर | 25.8 | 9.5 |
भीलवाड़ा | 24.4 | 6.0 |
अलवर | 18.0 | 2.3 |
जयपुर | 23.7 | 7.2 |
पिलानी | 15.6 | 1.2 |
सीकर | 23.0 | 3.0 |
कोटा | 22.0 | 7.3 |
बूंदी | 21.0 | 6.4 |
चित्तौड़गढ़ | 25.8 | 7.8 |
डबोक | 25.6 | 9.0 |
बाड़मेर | 27.0 | 11.9 |
पाली | 25.0 | 9.6 |
जैसलमेर | 22.6 | 7.7 |
जोधपुर | 27.0 | 11.8 |
फलौदी | 26.8 | 5.4 |
बीकानेर | 23.4 | 4.6 |
चूरू | 20.2 | -0.5 |
गंगानगर | 15.7 | 4.1 |
धौलपुर | 15.5 | 1.5 |
नागौर | 24.5 | 5.4 |
टोंक | 23.1 | 7.9 |
बूंदी | 20.1 | 7.0 |
बारां | 21.6 | 3.6 |
डूंगरपुर | 25.8 | 12.2 |
हनुमानगढ़ | 14.1 | 3.0 |
जालोर | 28.1 | 12.6 |
सिरोही | 22.6 | 7.4 |
फतेहपुर | 24.8 | -0.5 |
करौली | 21.6 | 0.2 |
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