हरियाणा के पानीपत पुलिस के सिंघम के नाम से मशहूर हेड कॉन्स्टेबल आशीष कुमार एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इन दिनों उनकी सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रही है। दरअसल, उनकी ड्यूटी शहर से बाहर GT रोड पर बाबरपुर ट्रैफिक थाने में लगी हुई है।
ड्यूटी के दौरान उन्होंने टोल प्लाजा पर पुलिस, आर्मी का कार्ड दिखाकर फ्री में टोल क्रॉस करने वालों पर भी शिकंजा कस दिया है। इसी बीच उन्होंने पानीपत जेल के DSP जोगेंद्र देशवाल के बेटे की भी गाड़ी को पकड़ा है। उनका बेटा भी कार्ड दिखाकर टोल क्रॉस कर रहा था।
फोन पर DSP से करवाई बात
DSP के बेटे ने फोन पर अपने पिता की आशीष से बात करवाई तो आशीष ने उन्हें कहा कि जिस जेल के आप DSP हैं, उसी जेल में बंद हो जाओगे। क्योंकि इस तरह कार्ड का प्रयोग खुद के अलावा दूसरे को करने के लिए दोगे, तो यह गैर कानूनी है।
DSP और हेड कॉन्स्टेबल की फोन पर हुई बातचीत:-
आशीष- सर नमस्कार, कौन बोल रहे हो ?
DSP- जोगिंद्र देशवाल, DSP जेल, पानीपत।
आशीष- सर, मैं आशीष हेड कॉन्स्टेबल, सिंघम बोल रहा हूं। आप अपना आई कार्ड ऐसे यूज करने के लिए बच्चों को दे देते हो। क्या आपको पता नहीं, जिस जेल के आप डिप्टी सुपरिटेंडेंट हो, उसके आप कैदी भी हो सकते हो! इस तरह का काम करने से।
DSP- हां, हां समझ गया मैं। मेरी बात तो सुनो।
आशीष- आज, मैंने 10 फेक कार्ड पकड़े हैं।
DSP- अच्छी बात है, मगर मेरी बात सुनो।
आशीष- आज तो मैं भाईचारे के नाते, इंसानियत के नाते छोड़ रहा हूं। ये आई कार्ड आपका ओरिजनल है या कॉपी है।
DSP- ये तो कॉपी है। ओरिजनल तो मेरे पास है।
आशीष- हां, आपने इस तरह कॉपी करके किसी और को भी दिया हुआ है क्या ?
DSP- नहीं, नहीं, नहीं ! किसी और को नहीं दिया हुआ है।
आशीष- सर, रिक्ववेस्ट है आपसे, आइंदा इस तरह मेरे को पकड़े गए, तो मैं छोडूंगा नहीं।
DSP- जी, जी, जी।
आशीष- मेरे को आज एक सख्श DGP की बात करवा रहा था। सिफारशी बन रहा था। मैंने नहीं छोड़ा। उसका भी 10 हजार का चालान किया है। मेरी भाईचारे में तो कोई बेशक गर्दन उतार लें।
DSP का बेटा- नहीं करेंगे, दोबारा ऐसी गलती।
आशीष- दोबारा ऐसी गलती नहीं करना, वरना जिस जेल के सुपरीडेंट हो, उसके कैदी बनने में देर नहीं लगती।
DSP- ठीक है, ठीक है।
आशीष- थैंक्यू सर
DSP- थैंक्यू टू यू, थैंक्यू यू
अब और बढ़ाएंगे सख्ती: EHC
इस बारे में EHC आशीष ने कहा कि वह अभी और सख्ती बढ़ाएंगे। एक दिन में 10 आई कार्ड पकड़े हैं। जिसमें सेना के जवान, DSP, इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर समेत अन्य रैंक शामिल थी। सभी कार्ड जब्त कर लिए हैं। पहली बार वॉर्निंग देकर छोड़ा है।