हत्याकांड से लेकर चोरी की कई घटनाओं को बड़े ही आसानी से सुलझा देने वाला लैब्राडोर प्रजाति का डॉग तेजा अब इस दुनिया में नहीं रहा। तबीयत खराब होने की वजह से उसकी मौत हो गयी।
दरअसल, तेजा की तबीयत 28 मई को बिगड़ गई थी। तब इलाज के बाद वह स्वस्थ हो गया था। बुधवार की सुबह भी गंगा किनारे ट्रेनिंग लेने के बाद दोपहर 2:30 बजे उसे उल्टियां होने लगीं। उसके बाद डॉग स्क्वायड की गाड़ी से ट्रेन और हैंडलर के साथ तेजा को बैटरी अस्पताल ले जाया गया, जहां पशु चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। महज डेढ़ साल में ही तेजा कई हत्याकांड और अन्य घटनाओं का उद्भेदन कर बेहतर डॉग बन गया था।
तेजा की मौत से दूसरे खोजी कुत्ते भी काफी मायूस हैं। लैब्राडोर तेजा की मौत से डॉग स्क्वायड की टीम पूरी तरीके से मर्माहत है। तेजा की मौत बीमारी के कारण होने की आशंका जताई जा रही है। गुरुवार को तेजा के शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। डॉग स्क्वायड के अधिकारियों ने तेजा की मौत को अपूर्ण क्षति बताया है।
तेजा का जन्म 19 जनवरी, 2020 को हुआ था। आग से कूदकर निकलने में माहिर तेजा नियमित ट्रेनिंग से लगातार बेहतर प्रदर्शन कर सबको चौंका देता था। तेजा ने महज डेढ़ साल की उम्र में ही कई ऐसे हत्याकांड को सुलझाया जो पुलिस के लिए नामुमकिन था। पुलिस का साथी रहा तेजा ने कई दर्जन चोरी की घटनाओं का उद्भेदन करने में भी सहयोग किया था।