माफिया मुख्तार अंसारी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कड़ी सुरक्षा के बीच प्रयागराज जिला कोर्ट में पेश किया। सफेद कपड़े पहने मुख्तार अंसारी ने कोर्ट में जाने से पहले हाथ जोड़कर नमस्कार किया और कहा कि कुछ नहीं बोलूंगा। जब मीडिया ने सवाल पूछा, तो मुख्तार अंसारी ने कहा कि बोलने पर पाबंदी लगी हुई है। हम कुछ नहीं बोल सकते हैं, कुछ नहीं बोलेंगे।
5 दिन की रिमांड आज पूरी, अब बांदा जेल भेजा गया
हालांकि, जब मुख्तार सुनवाई के बाद कोर्ट से बाहर आया, तो उसके तेवर बदले हुए थे। कोर्ट ने उसे बांदा जेल दोबारा शिफ्ट करने के लिए कहा था। जेल जाने से पहले शायरी के जरिए मुख्तार अंसारी ने योगी सरकार पर निशाना साधा। उसने शायरी पढ़ी- ”तूफान कर रहा था मेरे अज्म (दृढ़ निश्चय) का तवाफ (इर्द-गिर्द), दुनिया समझ रही थी कश्ती भंवर में है।” मुख्तार अंसारी को मजिस्ट्रेट मुकेश यादव की कोर्ट में पेश किया गया था। उसकी 5 दिन की कस्टडी रिमांड बुधवार को पूरी हो गई है। मुख्तार को बांदा जेल भेजा रहा है। कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 10 जनवरी को करने की तारीख मुकर्रर की है।
मुख्तार से ED कर चुकी है 14 दिन पूछताछ
पूर्वांचल के माफिया डॉन पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की ED 14 दिन की रिमांड ले चुकी है। पहली बार में 10 दिन की कस्टडी रिमांड मिली थी। दूसरी बार पांच दिन की कस्टडी रिमांड मिली थी। पांच दिन की अवधि 28 दिसंबर को अपराह्न 12 बजे पूरी हो गई। ED के सब जोनल ऑफिस से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्तार की 23 दिसंबर को पेशी कराई थी। ED के अधिवक्ता ने 5 दिन की और कस्टडी रिमांड की मांग की थी।
ED ने कहा कि मुख्तार ने सपोर्ट कम किया
ED के वकील ने बताया कि मुख्तार अंसारी पूछताछ में ज्यादा सहयोग नहीं कर रहा है। ED ने अभी तक मुख्तार से उन्हीं सवालों को दोहराया है, जो उसके विधायक बेटे अब्बास अंसारी और उसके साले सरजील रजा से पूछे थे। इसके अलावा ED ने 14 दिन की रिमांड में उसके लेन-देन, विदेश यात्राओं, विकास कंस्ट्रक्शन कंपनी के बारे में भी पूछताछ की है। मुख्तार पूछताछ में ज्यादातर सवालों का जवाब हूं, हां में या गोलमोल ही देता रहा है।
कोर्ट परिसर में मुस्कराते दिखा मुख्तार
माफिया मुख्तार अंसारी एक बार फिर प्रयागराज कोर्ट में अपने ही अंदाज में नजर आया। तनी हुई मूंछ और हल्की मुस्कराहट के साथ उसने चुटीले अंदाज में निशाना साधा। मुख्तार सफेद कपड़ों में कोर्ट में पेशी के दौरान नजर आया। दरअसल, बांदा जेल में बंद मुख्तार को ईडी ने अपनी हिरासत में लिया था। कस्टडी पूरी होने के बाद मजिस्ट्रेट मुकेश यादव की कोर्ट में पेश किया गया। ईडी के सब जोनल ऑफिस से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्तार की 23 दिसंबर को पेशी कराई थी। पांच दिनों के रिमांड को बढ़ाने का अनुरोध किया गया था।