यूपी में शनिवार रात से ही क्रिसमस की धूम है। चर्च रोशनी से जगमग हैं। भीड़ इतनी कि पैर रखने तक की जगह नहीं है। झांसी में एशिया के सबसे बड़े चर्च सेंट जूड श्राइन में खूब रौनक रही। गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना के बाद मां मरियम के सामने लोगों ने मोमबत्तियां जलाईं। कैरल दल ने “आया है यीशु आया है मुक्ति ले साथ आया है” जैसे मसीह गीत सुनाए।
सभी ने एक-दूसरे को मैरी क्रिसमस बोल कर विश किया। काशी के छोटे-बड़े 44 चर्च में भव्य सजावट की गई। लखनऊ के हजरतगंज में कैथेड्रल चर्च में कई लोग सेंटा की ड्रेस में पहुंचे, तो लोगों ने खूब सेल्फी ली। लालबाग के इपीफैनी चर्च के बाहर बोनफायर हुआ।
- आइए अब तस्वीरों में यूपी का क्रिसमस सेलिब्रेशन देखते हैं…
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झांसी के चर्च सेंट जूड श्राइन सेंटा बनकर आए शख्स ने बच्चों को गिफ्ट दिए तो उनके चेहरे खुशी से खिल उठे। बच्चे भी सेंटा की कैप पहनकर चर्च में आए थे।
यह फोटो एशिया के सबसे बड़े चर्च सेंट जूड श्राइन की है। जो झांसी में है। विशप फेनेक ने 1966 में इस गिरजाघर का निर्माण करवाया था।
झांसी के सेंट जूड श्राइन चर्च में लोगों ने मोमबत्ती जलाकर प्रार्थना की। मान्यता है कि जो भी यहां मन्नत लेकर आता है, उनकी मनोकामना जरूर पूरी होती है।
गोरखपुर में चर्चों को खूबसूरत लाइटों से सजाया गया है। यहां देर रात लोगों के आने का सिलसिला चलता रहा।
चर्च में लगी प्रभु यीशु की प्रतिमा को भी खूबसूरत लाइटों से सजाया गया है। भव्य सजावट देखकर हर किसी ने इसकी खूब तारीफ की।
गोरखपुर में क्रिसमस पर सजी झांकियों से सामाजिक संदेश देने की कोशिश की गई। शहरभर के चर्च में प्रभु यीशु की झांकियां सजाई गईं।
चर्चों और पार्कों में सेंटा क्लाज के स्टैच्यू बच्चों को अपनी ओर आकर्षित करते रहे। लोगों ने इसके साथ खूब सेल्फी भी ली।
गोरखपुर में झांकियों को देखने के लिए शनिवार रात से रविवार रात तक लोगों की भीड़ रही। इस दौरान परिवार ने बच्चों को खड़ा करके फोटो भी क्लिक की।
इस झांकी के जरिए प्रभु यीशु के संघर्षों को दिखाने की कोशिश की गई है। इससे लोगों को क्रिसमस के इतिहास के बारे में लोगों को जागरूक किया गया।
गोरखपुर में चर्चों में कैरल की गूंज रही। सभी ने एक- दूसरे को मेरी क्रिसमस बोल बधाइयां दीं। प्रार्थना सभाओं के साथ ही लोगों को प्रभु यीशु के संघर्षों और बलिदान के बारे में बताया गया।
मसीही समाज के लोग देर रात चर्च में जुटे और प्रार्थना की। प्रार्थना के दौरान महिलाओं की काफी भीड़ रही।
वाराणसी में धूमधाम से क्रिसमस मनाया गया। गिरजाघरों में मसीही समाज के लोगों की भीड़ उमड़ी। साथ ही दूसरे धर्मों के लोग भी शामिल हुए।
छावनी क्षेत्र के चर्च में सेंटा क्लॉज बच्चों के आकर्षण का केंद्र बने रहे। इस दौरान सेंटा क्लॉज से गिफ्ट पाकर बच्चों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
बिशप यूजीन जोसेफ ने सभी को क्रिसमस की बधाई दी। कहा कि प्रभु यीशु का जीवन दर्शन हमें मानवता, एक-दूसरे से प्रेम और लोक कल्याण की भावना का संदेश देता है।
प्रभु यीशु के जन्म के विशेष अवसर पर गिरजाघरों में आकर्षक झांकी बनाई गई थीं। प्रभु यीशु के जन्म की झांकी मसीही समाज के लोगों का आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी।
प्रभु यीशु के जन्म का उत्सव मनाने के लिए शनिवार की शाम से ही गिरजाघरों में मसीही समाज के लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था। इस खास अवसर पर गिरजाघरों की आकर्षक तरीके से बेहतरीन सजावट की गई है।
लखनऊ के फीनिक्स प्लासियो मॉल में 30 फीट ऊंचा क्रिसमस ट्री बनाया गया है। इसे देखने के लिए काफी भीड़ लगी रही।
आलमबाग के फीनिक्स मॉल में लोग इस गेटअप में नजर आए। लोगों ने इसी अंदाज में फोटो क्लिक कराई जो लोगों में चर्चा का विषय रहा।
हजरतगंज के क्राइस चर्च को काफी खूबसूरत तरीके से सजाया गया है। इसे देखने के बाद लोगों की नजरें नहीं हट रही थीं।
शनिवार रात 12 बजे के बाद की चर्च में प्रार्थना की गई। कैरोल गाकर प्रभु यीशु के बलिदानों को याद किया गया।
आगरा के सेंट मैरी चर्च में महिलाओं और युवतियों ने कुछ इस अंदाज में फोटो क्लिक कराई। सभी का उत्साह देखने लायक था।
आगरा में क्रिसमस पर सजा प्रतापपुरा के सेंट मेरी चर्च को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया। जो बेहद ही खूबसूरत दिखाई दे रहा था।
कानपुर में यीशु के जन्म की भव्य झांकी सजाई गई है। इसे देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया। यहां पर लोगों की काफी भीड़ रही।
क्रिसमस के एलएलजेएम चर्च में अंदर भी भव्य सजावट की गई थी। झालर के साथ ही खूबसूरत झूमर भी लगाए गए थे।
एलएलजेएम चर्च में भव्य सजावट की गई। चर्च रोशनी से जगमगा रहा था। इसके साथ लोग सेल्फी भी ले रहे थे।