सपा में विधान परिषद सदस्य उम्मीदवारों का नाम तय होने के बाद गठबंधन में दरार पड़ गई है। महान दल ने गठबंधन से नाता तोड़ लिया है तो सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने नाराजगी जाहिर की है। दोनों ने उपेक्षा का आरोप लगाया है।
विधान परिषद सदस्य की चार सीटों को लेकर सपा गठबंधन में शामिल दलों ने भी उम्मीद बना रखी थी। विधान परिषद सदस्य उम्मीदवार नहीं बनने पर सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरुण राजभर ने ट्वीट कर नाराजगी जताई। उन्होंने लिखा कि भागीदारी देने की बात सिर्फ जुबां तक सीमित रखने से जनता उनको सीमित कर देती है। इसी तरह सुभासपा के प्रवक्ता ने ट्वीट किया कि सपा अध्यक्ष का फैसला निराश करने वाला है। 38 सीट लड़कर आठ सीट जीतने वाले को राज्यसभा। हम 16 सीट लड़कर छह जीते हैं तो हमारी उपेक्षा, ऐसा क्यों?