कप्तानगंज थानाक्षेत्र के माथौली रामकोला मार्ग पर लकड़ी लदे ट्रैक्टर को पुलिस चौकी मथौली के कांस्टेबल ने रोक लिया। पहले तो ड्राइवर को पुलिस अपने साथ लेकर चौकी चली आयी। इसी बीच कहीं से हाटा विभाग के वन रेंजर को इसकी भनक लगी तो वन विभाग के सब इंस्पेक्टर को मौके पर भेजकर लकड़ी लदी ट्राली को कब्जे में ले लिया। बाद में विभाग ने उसे जलाने वाली लकड़ी बताकर 5 हजार का जुर्माना कर छोड़ दिया।
माथौली रामकोला मार्ग पर पुलिस चौकी के दो कांस्टेबल ने रगरगंज की तरफ से आती हुई एक आयसर ट्रैक्टर को रोक लिया। ट्राली पर हरे आम के पेड़ों की लकड़ी लदी हुई थी। काफी देर तक पुलिस कांस्टेबल ड्राइवर से बात करते रहे। बात नहीं बनी तो ड्राइवर को लेकर पुलिस चौकी चले गए। ट्रैक्टर को बांका एजेन्सी के सामने खड़ा कर दिया।
चौकी पर घंटों खड़ा रहा ट्रैक्टर
सूत्रों के मुताबिक कई घण्टों तक गाड़ी वही खड़ी रही। इसी दौरान किसी ने इसकी सूचना वन विभाग को दे दिया। हाटा वन रेंजर ने तुरंत मौके पर विभाग से जुड़े दरोगा महेंद्र यादव को भेजा। वन विभाग ने इसे अपने कब्जे में लेकर वन रेंज हाटा के ढांढा कार्यालय चले आये। जहां मोईन पुत्र जावेद के नाम से पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया और ट्रैक्टर व लकड़ी छोड़ दिया। लेकिन विभाग ने उन लकड़ियों के कटान की जगह और स्थिति की जनकारी तक नही लिया।
ढांढा वन रेंज कार्यालय से लाकर छोड़ा
वन विभाग के हाटा रेंज के रेंजर अमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि लकड़ी किसी भठ्ठे पर ले जाई जा रही थी। पुलिस ने उसे रोक लिए। सूचना मिलते ही वनविभाग ने उसे अपने कब्जे में ले लिया। जिसके बाद उसे ढांढा वन रेंज कार्यालय लेकर 5 हजार का जुर्माना काटा गया।