एलडीए के विनम्रखण्ड और वास्तुखण्ड योजना में भूखंडों के फर्जीवाड़े में गोमतीनगर थाने में पांच और एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें एलडीए के दो बाबू समेत 22 लोग नामजद हुए हैं। जिसमें एक एलडीए कर्मी की रिटायर होने के बाद मौत भी हो चुकी है।
एलडीए के उपसचिव ने दर्ज कराई एफआईआर
गोमतीनगर थाने में एलडीए के उपसचिव माधवेश कुमार और एलडीए के अवर वर्ग सहायक हरिनाम रावत व दीपक सिंह ने पांच एफआईआर दर्ज करायी है।
एलडीए के उपसचिव माधवेश कुमार के मुताबिक विनम्रखण्ड योजना में 3/222 ए बी प्रकार प्लॉट संख्या का कानपुर के कर्नलगंज निवासी अनुज अवस्थी ने फर्जी दस्तावेज बनाकर वास्तुखण्ड निवासी अमित कुमार के नाम रजिस्ट्री कर दी थी।
इसमें विनयखण्ड गोमतीनगर निवासी आशीष सक्सेना, गोमतीनगर के सतीश चन्द्र ने गवाही दी थी। एलडीए के कनिष्ठ लिपिक धीरज श्रीवास्तव ने फर्जी तरीके से कम्प्यूटर पर इंट्री की थी।
अवर वर्ग सहायक दीपक सिंह के मुताबिक अमेठी के ओम प्रकाश कटाना ने फर्जी कागजात के आधार पर 2019 को वास्तुखण्ड योजना में प्लॉट संख्या 3/360 की रजिस्ट्री वास्तुखण्ड अमित के नाम की थी। इसमें विनय खण्ड निवासी आशीष सक्सेना, राकेश सिंह ने गवाही दी थी।
एलडीए के कनिष्ठ लिपिक गुलाब रब्बानी ने कम्प्यूटर पर इंट्री की थी। इनकी रिटायर होने के बाद मृत्यु भी हो चुकी है।
आठ मई 2019 को वास्तुखण्ड योजना में प्लॉट 3/ 358 का फर्जी दस्तावेज बनाकर पीलीभीत निवासी रीना ने वास्तुखण्ड निवासी अमित कुमार के पक्ष में रजिस्ट्री कर दी। वहीं विनम्रखण्ड गोमतीनगर के राकेश सिंह, विनयखण्ड के आशीष सक्सेना ने गवाही दी थी। एलडीए के अवर वर्ग सहायक हरिनाम रावत के मुतबिक 2020 को पिसवां तरकुलदा निवासी बालकदास ने विनम्रखण्ड योजना स्थित प्लॉट संख्या 3/250 की कूटरचित दस्तावेज पर विरामखण्ड निवासी रेखा निषाद को रजिस्ट्री की थी। विरामखण्ड निवासी सुरेन्द्र मोहन, गोमतीनगर विस्तार निवासी अचलेश्वर गुप्ता गवाह थे। गोमतीनगर पुलिस के मुताबिक एलडीए के अधिकारियों की तहरीर पर मामला दर्ज जांच शुरू कर दी गई है।