राज्यपाल आनंदीबेन पटेल बुधवार की रात को करीब सवा ग्यारह बजे मेरठ में सर्किट हाउस पहुंचीं। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (CCSU) के 34वें दीक्षांत समारोह के लिए कैंपस भी पूरी तरह से सज चुका है। टॉपर्स स्वर्ण पदक पाने के लिए उत्साहित हैं। बृहस्पतिवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में आयोजित भव्य समारोह में कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक देंगी। समारोह में मुख्य अतिथि आईसीएसएसआर नई दिल्ली के अध्यक्ष पदमश्री डॉ. जेके बजाज होंगे। वर्ष 2022 के लिए इस बार 131193 छात्र-छात्राओं को उपाधियां मिलेंगी।
मेडिकल और पीएचडी उपाधि धारकों को बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे कैंपस पहुंचकर अपनी डिग्री लेने को कहा गया है। सभी उपाधि धारक और टॉपर्स को सवा नौ बजे तक नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में पहले से निर्धारित सीटों पर स्थान लेना है। 11 बजे से दीक्षांत समारोह शुरू हो जाएगा। बिना पास के किसी को भी प्रवेश नहीं मिलेगा। टापर्स अपना सत्यापन फार्म साथ लेकर आएंगे। दीक्षांत समारोह सवा दो घंटे चलेगा, इस बीच किसी को बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी। वाहनों के लिए अलग पार्किंग बनाई गई है।
131193 छात्र-छात्राओं को मिलेंगी डिग्री
दीक्षांत समारोह में 195 छात्र-छात्राओं को 228 स्वर्ण पदक-विशिष्ट योग्यता प्रमाण पत्र मिलेंगे। यूजी-पीजी के 131193 छात्र-छात्राओं को उपाधियां मिलेंगी। इनमें लड़कों की संख्या 43534 (33 फीसदी) और लड़कियों की संख्या 87659 (68.82 फीसदी) है। 234 छात्र-छात्राओं को पीएचडी की उपाधि मिलेंगी। एक कुलाधिपति स्वर्ण पदक, एक राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा स्वर्ण पदक, दो चौधरी चरण सिंह स्मृति प्रतिभा पुरस्कार, 59 प्रायोजित स्वर्ण पदक, 165 कुलपति स्वर्ण पदक दिए जाएंगे। इनके अलावा वर्ष 2021 के प्रायोजित मेडल भी दिए जाएंगे। बुधवार को कार्य परिषद की बैठक में इन सभी पदकों पर मुहर लग गई। 44 छात्र-छात्राओं की पीएचडी उपाधि पर भी मुहर लगी।
दीक्षांत समारोह को इस बार और भव्य बनाया गया है। सीसीएसयू के इतिहास को डॉक्यूमेंट्री के जरिए स्क्रीन पर दिखाया जाएगा। इसमें विवि के सफर को बयां किया गया है। प्रेक्षागृह के प्रवेश द्वार पर इस बार फोटो गैलरी लगाई जाएगी। पानी का महत्व बताते हुए इस बार जल भरो कार्यक्रम का आयोजन होगा। कार्यक्रम में कस्तूरबा गांधी विद्यालय के 25 बच्चों को कुलाधिपति किट देंगी।
बृहस्पति भवन में स्क्रीन लगाकर होगा प्रसारण
टॉपर्स अपने साथ परिजन को लेकर आ सकते हैं। अगर संख्या अधिक हुई तो परिजनों के लिए बृहस्पति भवन में भी बैठने की व्यवस्था की गई है। यहां पर स्क्रीन लगाकर दीक्षांत समारोह का लाइव प्रसारण किया जाएगा।
दिन भरी चलीं तैयारियां
दीक्षांत समारोह के लिए बुधवार को कैंपस में दिनभर तैयारियां चलती रहीं। कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने अधिकारियों और शिक्षकों के साथ रिहर्सल किया। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने शाम को कैंपस में बैठक की। दीक्षांत के बाद कुलाधिपति गेस्ट हाउस में 20 से 25 लोगों से मुलाकात करेंगी, इसकी सूची पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों को सौंप दी गई है। डीएम दीपक मीणा ने रात को अधिकारियों के साथ बैठक की।
सीसीएसयू से जो छात्र-छात्राएं उपाधि लेकर निकल रहे हैं। वह किसी भी क्षेत्र में जाएं लेकिन जो यहां गुरुओं से दीक्षा मिली है उसको प्रयोग समाज और देश के हित में करें। ये बात सीसीएसयू के 34वें दीक्षांत समारोह से पहले बुधवार को कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने कही।
कुलपति ने कहा कि यह बड़े गर्व की बात है कि इस बार 75 फीसदी स्वर्ण पदक बेटियों के नाम हैं। उपाधि का मतलब सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र में ही आगे बढ़ना नहीं है। मेहनत करके श्रेष्ठ बनो और समाज एवं देश के हित में कुछ न कुछ योगदान जरूर करें। उन्होंने कहा कि जिनको स्वर्ण पदक नहीं मिले हैं, उन छात्र-छात्राओं के लिए भी संदेश है कि आगे मेहनत करें, स्वर्ण पदक के तमाम रास्ते मिलेंगे।
प्रो. संगीता शुक्ला ने कहा कि जो छात्र-छात्राएं उपाधि लेकर जा रहे हैं वह अपने विश्वविद्यालय के लिए भविष्य में कुछ न कुछ जरूर करें। विवि को अपना घर समझकर किसी न किसी रूप में अपना योगदान दें। वे यहां पढ़ाने भी आ सकते हैं। रिसर्च में योगदान दे सकते हैं। एक बार स्वर्ण पदक लेकर चले गए ऐसा न करें, यहां अक्सर आते रहें। यह सभी विवि परिवार का हिस्सा हैं। वे विवि को आगे बढ़ाने के लिए अपने सुझाव भी दें। प्रेस वार्ता में चीफ प्रॉक्टर प्रो. बीरपाल सिंह, डीएसडब्लू प्रो. भूपेंद्र सिंह, प्रो. एसएस गौरव, प्रो. प्रदीप चौधरी, प्रो. प्रशांत कुमार, प्रो. शैलेंद्र शर्मा, मितेंद्र गुप्ता व प्रवीण पंवार मौजूद रहे।