जिस मां ने नौ महीने अपनी कोख में रखा, इसके बाद नौ साल की उम्र तक लालन-पालन किया, भाई की धमकी के चलते मां की हत्या के दौरान नौ साल की मासूम चाहकर भी कुछ नहीं कर सकी। उसका दर्द बुधवार को पोस्टमार्टम हाउस पर पिता के साथ पहुंचते ही फूट पड़ा। जैसे ही साधना का शव बाहर आया। पिता ने अंतिम संस्कार के लिए वैदिक परंपराओं से कार्यक्रम शुरू किया। इस दौरान वह लगातार रोती रही। उसकी मामी उसे संभालने की कोशिश कर रही थी, लेकिन उसका हर आंसू दर्द और बेबसी की कहानी बयां कर रहा था। रह-रहकर वह पिता से लिपट जाती और रोने लगती। पिता किसी तरह खुद को संभाल उसे ढांढस बंधाते।
मालूम हो कि पीजीआई इलाके में रहने वाले सेना के जेसीओ नवीन की पत्नी की हत्या उनके नाबालिग बेटे ने की थी। शनिवार देर रात को वारदात हुई। इस दौरान घर में नाबालिग बेटे के अलावा नौ साल की मासूम बेटी भी थी।
मां का शव देख वह रोने लगी तो भाई ने उसे भी मारने की धमकी दी। इससे वह सहम गई। तीन रात व दो दिनों तक वह अपने सीने में दर्द कैसे छिपाए रखा इसकी कल्पना कोई नहीं कर सकता। नाबालिग बेटे के गुस्से व बड़ी गलती ने पूरे परिवार को उजाड़ दिया है।
मां पर इस कदर नाराजगी की हत्या कर दी। फिर शव के साथ तीन रात व दो दिन तक रहा। मामले को छिपाने की हर कोशिश की। जब असफल हुआ तो मां के चरित्र पर ही दाग लगाने की कोशिश की। इसमें भी वह सफल नहीं हुआ।