राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने पासीघाट के तालोम रुक्बो नगर के दोनी-पोलो विद्या निकेतन में अरुणाचल प्रदेश में 1962 भारत-चीन युद्ध के नायकों और अरुणाचल के वीर नायकों सहित बलिदानी वीरों की श्रृंखला से संबंधित प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य वी. भगैया और अरुणाचल प्रदेश प्रांत कार्यवाह निदो सकतेर भी उपस्थित रहे।
यह प्रदर्शनी भारतीय सैनिकों की वीरता की कहानियों का संग्रह है। इनका संकलन ग्रुप कैप्टन मोहंतो पैंगिंग पाओ वीएम (सेवानिवृत्त) ने किया है। इस युद्ध में कई सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए थे। सोमवार को उद्घाटित इस प्रदर्शनी में पहुंचकर एक परमवीर चक्र, महावीर चक्र और वीर चक्र पुरस्कार विजेताओं के बारे में जाना-समझा जा सकता है। प्रदर्शनी में गुमनाम नायकों को भी स्थान दिया गया है। इसके अलावा अरुणाचल के उन नायकों के बारे में भी जानकारी मिलती है, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में राष्ट्र विरोधी तत्वों से लड़ाई लड़ी। उनमें से कुछ शहीद हुए और अशोक चक्र, कीर्ति चक्र, सेना पदक आदि जैसे वीरता पुरस्कारों से सम्मानित हुए।सरसंघचालक डॉ. भागवत सोमवार से चार दिवसीय दौरे पर पासीघाट पहुंचे हैं।