वाराणसी स्थित संकटमोचन मंदिर के अंदर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद दिन भर इसकी चर्चा होती रही। मंदिर के महंत ने इसे नियमों का उल्लंघन बताते हुए कानूनी कार्रवाई की भी बात कही है। काशी की जनता ने भी वीडियो को सोशल मीडिया से हटाने और पुलिस से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है।
शनिवार शाम को संकटमोचन मंदिर के अंदर का एक वीडियो दीप्तिमान यादव के नाम के व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। संकटमोचन मंदिर जैसे संवेदनशील क्षेत्र में मोबाइल पूरी तरह से प्रतिबंधित है। मंदिर में प्रवेश से पहले ही श्रद्धालुओं को मोबाइल लॉकर में जमा करना पड़ता है। मोबाइल ले जाने की अनुमति विशेष आयोजन पर मंदिर प्रबंधन की ओर से ही मिलती है।
मंदिर के महंत प्रो. विश्वंभर नाथ मिश्र ने कहा कि यह मंदिर की सुरक्षा और नियमों से खिलवाड़ किया गया है। किसी ने चुपके से मंदिर के अंदर की वीडियो बनाकर इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। इसकी जांच कराई जाएगी और इसकी शिकायत भी हम पुलिस प्रशासन से करेंगे। इस मामले में कानूनी कार्रवाई जरूरी है।