इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ जर्नलिस्ट्स (आईएफजे) की ताजा रिपोर्ट ने दुनियाभर के पत्रकारों की चिंता बढ़ा दी है। आईएफजे की इस रिपोर्ट के मुताबिक विश्वभर में इस साल अब तक 67 पत्रकार और मीडियाकर्मी मारे जा चुके हैं। पिछले साल यह संख्या 47 थी।
इस रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन-रूस युद्ध, हैती में अराजकता और मेक्सिको में आपराधिक समूहों की बढ़ती हिंसा ने 2022 में कई पत्रकारों की जान ली। आतंकी हिंसा का शिकार बन रहे पत्रकारों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है।
फेडरेशन ने रिपोर्ट में कहा है कि मीडियाकर्मियों पर दबाव बनाने के लिए उनको जेलों में बंद किया जा रहा है।हांगकांग, म्यांमार और तुर्की सहित चीन में पत्रकारों पर सबसे ज्यादा अत्याचार की घटनाएं देखने को मिली है। पिछले साल की रिपोर्ट में 365 पत्रकारों को सलाखों के पीछे डाला गया है।
इस पत्रकार संगठन ने कहा है कि इस वर्ष किसी भी अन्य देश की तुलना में यूक्रेन में युद्ध को कवर करने वाले मीडियाकर्मी अधिक मारे गए हैं। अधिकांश यूक्रेनी पत्रकारों की मौत हुई है। इनमें अमेरिकी वृत्तचित्र फिल्म निर्माता ब्रेंट रेनॉड भी शामिल हैं।
आईएफजे और अन्य मीडिया अधिकार समूहों ने विभिन्न देशों की सरकारों से पत्रकारों की सुरक्षा और मुक्त पत्रकारिता के लिए अधिक ठोस कार्रवाई करने का आह्वान किया है।