रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि वाराणसी जंक्शन (कैंट स्टेशन) का पुनर्विकास कर इसे वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाया जाएगा। इस रेलवे स्टेशन के.पुनर्विकास कार्य पर लगभग 800 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
वाराणसी के दो दिवसीय दौरे के अंतिम दिन शनिवार को रेलमंत्री ने कैंट स्टेशन पर चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया। स्टेशन पर मौजूद रेल यात्रियों से बातचीत कर यहां मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली। कई यात्रियों ने उनके साथ सेल्फी भी ली। रेलमंत्री ने कैंट स्टेशन के सामने चौकाघाट फ्लाईओवर के नीचे रोपवे को लेकर निरीक्षण भी किया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा है कि 50 साल आगे की सुविधाओं के मद्देनजर वाराणसी जंक्शन का पुनर्विकास काम कराएं। प्रधानमंत्री की मंशा के अनुसार ही वाराणसी जंक्शन को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ रेलवे स्टेशनों में से एक बनाने का काम किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कैंट स्टेशन के पुनर्विकास कार्य के तहत स्टेशन के बाहरी संरचना का सौंदर्यीकरण, मौजूदा प्लेटफॉर्मों में सुधार, दो नए प्लेटफॉर्मों और दो नए फुट ओवर-ब्रिजों का निर्माण और स्टेशन के तीसरे प्रवेश द्वार का निर्माण भी शामिल है। उन्होंने कहा कि आगामी 12 से 13 महीने में स्लीपर वाली वंदे भारत ट्रेन का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। उसके बाद रेलवे लंबी दूरी वाली वंदे भारत ट्रेन का संचालन शुरू करेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने हमें 400 वंदे भारत ट्रेन का लक्ष्य दिया है। पहली बुलेट ट्रेन की प्रगति बहुत अच्छी है। हमने एक नई तकनीक को सीख लिया है। बहुत जल्दी दूसरे नए कॉरिडोर को भी शुरू किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कैंट स्टेशन के यार्ड में री-मॉडलिंग का कार्य चल रहा है। इसे पूरा करने का लक्ष्य मार्च-2023 है। इसके तहत वाराणसी यार्ड में लूप की लंबाई और प्लेटफॉर्म की लंबाई में वृद्धि की जा रही है। प्लेटफार्म संख्या 1 से 4 तक की लाइनों का पूर्वोतर रेलवे के बनारस स्टेशन, प्लेटफार्म संख्या 1 से 5 तक की लाइनों का लोहता स्टेशन और प्लेटफार्म संख्या 6 से 9 तक की लाइनों का शिवपुर स्टेशन से सीधा जुड़ाव होगा, जिससे आवागमन सुगम होगा।