हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला का लक्कड़ बाजार बस अड्डे को लोहे के एंगल लगाकर सील करने के बाद मंगलवार से आईजीएमसी नाला बस अड्डे से बसों का संचालन शुरू हो गया। बिजली, पानी और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध न होने के कारण लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। नए बस अड्डे में यात्रियों के बैठने के लिए बेंच न होने के कारण यात्रियों को कबाड़ के ढेर और जमीन पर बैठ कर बसों का इंतजार करना पड़ा। ठंड से बचने के लिए यात्रियों को यहां आग जलानी पड़ी।
मंगलवार को नए बस अड्डे में एक समय में सिर्फ 5 से 6 बसें ही खड़ी हो पाईं। अड्डे से नगर निगम का कबाड़ न उठने के कारण जगह तंग होने से परेशानी का सामना करना पड़ा। अड्डे के बाहर लोकल बसों के खड़े होने से जाम की समस्या भी पेश आई। तेज रफ्तारी के कारण हरियाणा नंबर की एक कार दुर्घटना का शिकार हो गई। ऊपरी शिमला के लिए बसों के ऊपर सामान भेजने वालों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। लक्कड़ बाजार से पिकअप गाड़ियों में सामान नए बस अड्डे तक पहुंचाना पड़ा।
पहले दिन टिकटिंग मशीनों से बनाईं टिकटें
पहले दिन यहां एचआरटीसी ने पब्लिक एनाउंसमेंट सिस्टम चालू कर दिया। कंप्यूटर और प्रिंटर चालू न होने के कारण टिकटिंग मशीनों से ही टिकटें बनाई गई।
जिला प्रशासन को किया सूचित
नए अड्डे में बिजली, पानी और शौचालय की व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन को सूचित कर दिया है। निजी बस ऑपरेटरों ने नए अड्डे से बसें चलानी शुरू कर दी है। एचआरटीसी की बसें भी मंगलवार से नए अड्डे से चलनी शुरू हो गई है।-डॉ. भुवन शर्मा क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी