जम्मू-कश्मीर में दिसंबर 2020 में जिला विकास परिषद (DDC) के लिए चुनाव हुए थे। उत्तरी कश्मीर में द्रुगमुल्ला और हाजिन-ए में दो उम्मीदवारों की विवादित योग्यता के कारण दोनों सीटों पर तब वोटों की गिनती रोक दी गई थी। सोमवार को दोनों सीटों पर मतदान हो रहे हैं। दोनों क्षेत्रों से पलायन कर जम्मू रह रहे कश्मीरी पंडितों के लिए जम्मू के जगती और पट्टा बोहरी में मतदान केंद्र बनाए गए हैं। यहां पर मतदान करने के लिए लोग अपनी बारी का इंतजार करते हुए दिख रहे हैं।
2020 में बांदीपोरा जिले की हाजिन-ए सीट और कुपवाड़ा जिले की द्रगमुल्ला सीट पर राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) ने पीओके मूल के उम्मीदवारों द्वारा जन्मस्थान के बारे में गलत जानकारी का हवाला देते हुए सूमिया सदफ और शाजिया असलम की उम्मीदवारी को रद्द कर दिया था। दोनों निर्वाचन क्षेत्रों के मतदान को शून्य घोषित कर दिया था। अब दोनों सीटों पर पुनर्मतदान हो रहे हैं।
डीडीसी निर्वाचन क्षेत्र हाजिन में सुबह 9 बजे तक 11.18 प्रतिशत और ड्रगमुल्ला 4.7 प्रतिशत दर्ज किया गया। इसके बाद सुबह 11 बजे तक हाजिन में 34.43% और द्रगमुल्ला में 15.7 लोगों ने वोट किया।
घाटी में सोमवार को कड़ाके की ठंड पड़ रही है। घने कोहरे के बीच लोग मतदान करने के लिए पोलिंग बूथ पर पहुंच रहे हैं। दोनों क्षेत्रों में बने पोलिंग बूथ पर पुलिस और सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।
स्वतंत्र और पारदर्शी मतदान सुनिश्चित करने के लिए मतदान शुरू होने से पहले सभी मतदान केंद्रों पर मॉक पोल कराया गया था।