करनाल सदर थाना क्षेत्र के जुंडला पुलिस चौकी क्षेत्र में रविवार रात खालिस्तान के नारों को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। एक पक्ष का कहना है कि जुंडला से बांसा गांव की ओर से जा रहे तीन युवकों के ट्रैक्टर पर लगी एलईडी स्क्रीन पर खालिस्तान के समर्थन में लाइनें चल रही थी।
दूसरे पक्ष का आरोप है कि ग्रामीणों ने ट्रैक्टर रोककर खालिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। ट्रैक्टर को जुंडला चौकी ले जाया गया। दोनों पक्षों के सैकड़ों लोग चौकी में जमा हो गए। तनाव की स्थिति को देखते हुए आसपास के थानों की पुलिस फोर्स को मौके पर बुला लिया गया। हालांकि मौके पर कुछ गण्यमान्य लोगों के पहुंचने पर मामला शांत हो गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दोनों पक्षों को कल बुलाया गया है।
युवकों के बीच झड़प होने की सूचना के बाद जुंडला व आसपास के क्षेत्र के सैकड़ों लोग जुंडला पुलिस चौकी पहुंचने लगे। जुंडला पुलिस चौकी प्रभारी विकास कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। दोनों पक्षों को थाने ले गए। इसके बाद सदर पुलिस थाना और सीआईए की टीम भी जुंडला चौकी में पहुंची। वहीं, सुरक्षा की दृष्टि से मधुबन अकादमी से भारी पुलिस बल चौकी में तैनात किया गया। थाना प्रभारी और सीआईए की टीमों की मौजूदगी में दोनों गांवों के ग्रामीणों के बीच बातचीत हुई। इस दौरान पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा कर अपने-अपने घर भेज दिया है। वहीं ट्रैक्टर को भी परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
सिख समाज के कुछ लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह काम पुलिस की शह पर ही हुआ है, क्योंकि जब सभी ग्रामीण पुलिस चौकी पहुंचे तो नारे लगाने वाले युवकों को पुलिस चौकी से जाने दिया गया, यदि पुलिस चाहती तो उक्त आरोपियों को पकड़ सकती थी।
पांच छह युवकों में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी, दोनों पक्षों के लोगों को समझाकर अपने-अपने घर भेज दिया है। फिलहाल दोनों पक्षों में से किसी ने भी पुलिस चौकी में शिकायत नहीं दी है। अगर इस मामले में कोई भी लिखित शिकायत पुलिस चौकी में दी जाती है तो आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी। – मनोज कुमार, थाना प्रभारी, सदर
जुंडला चौकी में दो पक्षों में कुछ विवाद हुआ था, फिलहाल दोनों पक्षों को समझा दिया गया है। कल दोनों पक्षों को बुलाया गया है। दोनों पक्षों की बात सुनकर मामले को समझने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी। -गंगाराम पूनिया, पुलिस अधीक्षक करनाल।