परेश रावल हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकारों में से एक हैं। अभिनेता देश-दुनिया में चल रहे मुद्दों को लेकर भी काफी एक्टिव रहते हैं। हाल ही में अभिनेता ने ऐसा बयान दे दिया है जिसके लिए उनको माफी तक मांगनी पड़ी है। लेकिन इनके बावजूद अभिनेता पर एफआईआर दर्ज करा दी गई है। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है जब उन्होंने अपने बयान से हंगामा मचा दिया हो, वह इससे पहले भी ऐसे बयान दे चुके हैं-
राजा-रजवाड़ों पर विवादित बयान
परेश रावल ने साल 2017 में राजकोट रिंग रोड पर बीजेपी के चुनावी कार्यालय के उद्घाटन के दौरान सभा को संबोधित करते हुए राजा-रजवाड़ों की तुलना बंदरों से कर दी थी। अपने भाषण के दौरान वह सरदार पटेल के योगदान पर बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने देश को एक किया था। ये राजा- रजवाड़े, जो बंदर थे, उनको सही किया था, सीधा किया था। पटेल के बारे में ज्यादा नहीं लिखा गया, जबकि जेआरडी टाटा ने भी कहा था कि सरदार पटेल देश के प्रधानमंत्री होते तो देश कहां से कहां पहुंच गया होता। परेश रावल के इस बयान के बाद खूब बवाल हुआ था। उनके पुतले भी जलाए गए थे। मामला बढ़ता देख बाद में परेश रावल ने माफी मांग ली थी।
धार्मिक स्थलों पर बयान
साल 2014 में जब परेश रावल अहमदाबाद में भाजपा का प्रचार कर रहे थे तब उन्होंने हिंदुओं के धार्मिक स्थल पर बयान दे दिया था। जो काफी में चर्चा में था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार परेश रावल ने कहा था, ऐसा देखा गया है कि हिंदुओं के पूजा स्थल अन्य धर्मों के पूजा स्थलों की तुलना में सबसे ज्यादा गंदे होते हैं। उनके इस बयान को लेकर काफी चर्चा थी। बाद में कहा गया कि उनका बयान स्वच्छ भारत अभियान के तहत दिया गया था।
किस मामले पर चल रहा है विवाद
दरअसल हाल ही में परेश रावल ने गुजरात के विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के लिए प्रचार करते हुए कहा था ‘गैस सिलिंडर महंगे हैं लेकिन उसकी कीमत कम हो जाएगी। लोगों को रोजगार मिलेंगे, गुजरात में रहने वाले लोग महंगाई बर्दाश्त कर लेंगे, लेकिन बाजू के घर में रोहिंग्या शरणार्थी या बंग्लादेशी आ जाएं तो गैस सिलिंडर का क्या करेंगे? बंगालियों के लिए मछली पकाएंगे?’ अभिनेता के इस बयान पर बवाल मचा हुआ है।