हिमाचल प्रदेश में साल 2017 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार 2022 में 9.3 फीसदी सर्विस वोटरों को ज्यादा मतपत्र जारी किए गए हैं। विधानसभा चुनाव के लिए अब तक 59,742 सर्विस वोटरों को दिए मतपत्र दिए गए हैं। साल 2017 में 54,626 मतपत्र जारी किए गए थे। अब देखना है कि सर्विस वोटरों का मतदान प्रतिशत इस बार अधिक रहता है या कम। दूसरी ओर, मतगणना केंद्रों में तैनात कर्मचारियों और अधिकारियों को शुक्रवार को पहले दिन का विधानसभा क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया गया। जिन विधानसभा क्षेत्रों में मतगणना का शुक्रवार को प्रशिक्षण नहीं दिया जा सका, वहां दूसरे चरण में प्रशिक्षण दिया जाएगा। दूसरे चरण का प्रशिक्षण मतगणना से ठीक एक दिन पहले यानी 7 दिसंबर को दिया जाएगा।
चुनाव आयोग के अनुसार अभी तक 64 फीसदी से अधिक सर्विस वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। आयोग ने चुनाव ड्यूूटी में तैनात सर्विस वोटरों के लिए मतदान करने की अंतिम तारीख 8 दिसंबर को सुबह 8:00 बजे तक तय की है। इससे पहले संबंधित चुनाव अधिकारी के पास अपना वोट बंद लिफाफे में देना होगा। सर्विस वोटरों को फार्म 12-डी भरने के साथ चुनाव अधिकारी को यह दर्शाना था कि उनका वोट किस विधानसभा क्षेत्र में है। वह किस बूथ में आपने वोट डालेंगे।
प्रत्याशियों के एजेंट फोटो पहचान पत्र से साथ करेंगे प्रवेश
चुनाव आयोग ने जिला चुनाव अधिकारियों, चुनाव अधिकारियों और सुरक्षा बलों को निर्देश दिए हैं कि प्रत्याशियों के एजेंटों को फोटो पहचान पत्र से साथ ही प्रवेश करने की अनुमति दी जाए। आयोग ने जिला चुनाव अधिकारियों और चुनाव अधिकारियों से कहा है कि प्रत्याशियों के एजेंटों को सादे कागज में मतगणना केंद्र में प्रवेश के लिए पहचान पत्र जारी न करें। आयोग ने कहा कि एजेंटों के फोटो पहचान पत्र प्रत्याशियों या पार्टी के पैड में हस्ताक्षर करने और एजेंट की फोटो के साथ ही जारी किए जाएं। प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी मनीष गर्ग ने कहा कि प्रत्याशियों के एजेंटों के फोटो पहचान पत्र आयोग के जारी-निर्देशों के अनुसार की दिए जाएं। बिना पहचान पत्र के किसी को मतगणना केंद्र में प्रवेश न दें।