हिंदी सिनेमा के जाने -माने अभिनेता बोमन ईरानी आज अभिनय जगत का एक बड़ा नाम बन चुके है। ‘थ्री इडियट्स’ फिल्म में ‘वायरस’ का रोल हो या फिर ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ फिल्म में डॉक्टर अस्थाना का रोल हर रोल में फिट बैठने वाले बोमन ईरानी का जन्म 2 दिसंबर 1959 को हुआ था।
बोमन ईरानी को फोटोग्राफी का काफी शौक था। जब वो 12वीं में पढ़ते थे तो स्कूल में होने वाले क्रिकेट मैचों की फोटो खींचते थे। इसके लिए उन्हें थोड़े पैसे भी मिला करते थे। बोमन ने पहली बार प्रोफेशनल तौर पर पुणे में बाइक रेस की फोटोग्राफी की। इसके बाद उन्हें मुंबई में हुए बॉक्सिंग वर्ल्ड कप को कवर करने का मौका मिला। मुंबई के मीठीबाई कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद बोमन ने मुंबई के होटल ताज में 2 साल तक वेटर और सर्विस स्टाफ के तौर पर काम किया था। कुछ वजहों से बोमन को ये नौकरी छोड़नी पड़ी जिसके बाद वे बेकरी के काम में अपनी मां की मदद करने लगे। इसी दौरान एक दिन बोमन ईरानी की मुलाकात मशहूर कोरियोग्राफर श्यामक डावर से हुई और श्यामक ने बोमन को थियेटर में काम करने की राय दी। धीरे-धीरे बोमन ने थियेटर में अपनी जगह बनाई और साल 2001 में दो अंग्रेजी फिल्में ‘एव्रिबडी सेज आई एम फाइन’ और ‘लेट्स टॉक’ मिलीं। इसके बाद बोमन ने हिंदी सिनेमाजगत में ‘डरना मना है’ और ‘बूम’ फिल्म की हालांकि उन्हें पहचान साल 2003 में आई फिल्म ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’ से मिली। इस फिल्म में बोमन ने डॉक्टर जे सी अस्थाना का किरदार निभाया था जो लोगों को खूब पसंद आया।
इसके बाद बोमन को एक के बाद एक फिल्में मिलीं। इन फिल्मों में ‘लक्ष्य’, ‘वीर-जारा’, ‘पेज-3’, ‘नो एंट्री’ के अलावा कई और फिल्में शामिल हैं। साल 2009 में आई फिल्म थ्री इडियट बोमन के सिने करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुई। इस फिल्म में इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल उर्फ़ वायरस के किरदार में बोमन के अभिनय को दर्शकों ने काफी पसंद किया। अपने पूरे फ़िल्मी करियर में पचास से ज्यादा फिल्मों में अभिनय कर चुके बोमन ईरानी अब भी फिल्म जगत में सक्रिय हैं। हाल ही उनकी फिल्म ऊंचाई रिलीज हुई है, जिसे दर्शकों का भरपूर प्यार मिल रहा है।