वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि वित्तीय खर्च और निवेश को बढ़ावा देने से देश की आर्थिक वृद्धि को मदद मिलेगी। वित्त मंत्री सोमवार को चीन की अध्यक्षता में दूसरी ब्रिक्स के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नर (एफएमसीबीजी) की आयोजित ऑनलाइन बैठक में भाग ले रही थीं।
ब्रिक्स 2022 के लिए वित्तीय सहयोग एजेंडा के तहत वित्त मंत्रियों और एफएमसीबीजी की ऑनलाइन बैठक को संबोधित करते हुए सीतारमण ने कहा कि ब्रिक्स को संवाद में शामिल होने और अनुभवों, चिंताओं और विचारों के आदान-प्रदान की सुविधा के लिए एक मंच के रूप में काम करना जारी रखना चाहिए। वित्त मंत्री ने भारत की आर्थिक वृद्धि दृष्टिकोण पर अपने दूसरी ब्रिक्स संबोधन में कहा कि अर्थव्यवस्था की वृद्धि को वित्तीय खर्च के साथ निवेश प्रोत्साहन से समर्थन मिलता है।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 में पूंजीगत व्यय को 35.4 फीसदी बढ़ाकर 7.5 लाख करोड़ रुपये यानी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 2.9 फीसदी कर दिया है। इसके साथ ही सार्वजनिक निवेश को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाने का प्रस्ताव रखा गया है !
आशा खबर / उर्वशी विश्वकर्मा