पटना के पालीगंज में आबकारी की हाजत से आरोपियों के साथ होमगार्ड जवान का शराब पार्टी का वीडियो वायरल हुआ था। दो दिन के अंदर सीवान मंडल कारा के अंदर का वीडियो सामने आया है। वीडियो में कैदियों के खाना बनाने से लेकर बंदियों के परिजनों से सिपाहियों की वसूली का भी सीन है और कैदियों से सिर की चंपी कराते एक सिपाही का भी दृश्य है। ‘इस वीडियो के कारागार परिसर के अंदर का होने की पुष्टि नहीं करता है, लेकिन वायरल वीडियो के फुटेज की जांच डीएम के निर्देश पर अपर समाहर्ता ने भी की। मतलब, प्रशासन भी प्रथम दृष्टया यह मान चुका है कि वीडियो मंडल कारा परिसर का ही है। जेल में मोबाइल अबतक छिपाकर इस्तेमाल होता था, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि जेल में मोबाइल ले जाने वाले ने बाहर से अंदर तक का वीडियो बनाकर वायरल किया हो।
36 मिनट की पूरी फिल्म, टुकड़ों में वायरल
वीडियो में बताया जा रहा है कि मंडल कारा के मुख्य द्वार पर बंदियों के परिजनों से मुलाकात कराने के नाम पर पैसे लिए जा रहे हैं। कोई परिजन 10-10 का नोट तो कोई 500 का भी नोट वर्दीधारी के हाथ में देता हुआ नजर आ रहा है। फिल्म की तरह पूरा वीडियो तकरीबन 38 मिनट का है, जो टुकड़ों में वायरल हो रहा है। वीडियो में मंडल कारा के बाहर से अंदर तक की अमूमन सारी गतिविधियां दिख रही हैं। साफ दिख रहा है कि जेल के भीतर किस तरह खाना बनता है, बंदियों को अंदर किस तरह का काम करना होता है या वह कैसे अपना समय काटते हैं।
कैदी से सिर की मालिश कराते दिखा सिपाही
कैदी से जेल के भीतर वर्दीधारी सिर की मालिश करा रहे हैं। जेल में कैदियों का एक ग्रुप पत्ते खेलता नजर आ रहा है। वीडियो में यह भी दिख रहा है कि जेल में अलग-अलग तरह के चूल्हे पर खाना कैसे बनाया जा रहा है और साफ-सफाई की क्या हालत है। जेल के कैदी समान कैसे खरीदते-बेचते हैं, वीडियो में एक जगह यह भी दिख रहा है।
वीडियो बनाए जाने पर जेल अधीक्षक से स्पष्टीकरण
वीडियो बुधवार को ही प्रशासन तक पहुंच गया था, लेकिन मीडिया तक नहीं पहुंच रहा था। गुरुवार को जब इसके मीडिया के पास होने की जानकारी प्रशासन को हो गई और प्रशासन से सवाल पूछा जाने लगा तो सीवान जिला प्रशासन हरकत में आया। जानकारी सामने आई कि वीडियो पहुंचने के बाद डीएम अमित कुमार पांडेय के निर्देश पर एक टीम गठित कर सीवान के अपर समाहर्ता जावेद अहसन अंसारी और पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) विजय कुमार झा देर रात जेल में जांच करने पहुंचे। दावा किया जा रहा है कि जांच के क्रम में अधिकारियों को कुछ ऐसा हाथ नहीं लगा, जिसके आधार पर कार्रवाई हो। हालांकि वीडियो बनाए जाने को लेकर जेल अधीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा गया है। अपर समाहर्ता से जांच के विषय में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि डीएम के आदेश पर हुई जांच की रिपोर्ट उन्हें ही सौंपी जाएगी। इस विषय में वह कुछ नहीं बोल सकते