भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी इकबाल सिंह बैंस (1984 बैच) फिलहाल मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव बने रहेंगे। केंद्र सरकार ने उन्हें छह महीने का सेवा विस्तार दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनके सेवा विस्तार के लिए नौ नवंबर को केंद्र से सिफारिश की थी। इस संबंध में बुधवार को केंद्रीय सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी किया है।
मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस के मौजूदा कार्यकाल का आज 30 नवंबर को आखिरी दिन था। उन्होंने बुधवार को प्रस्तावित सभी बैठकों को निरस्त कर दिया था। इसी बीच सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी आईएएस अधिकारियों को 24 नवंबर को एक आदेश जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि बैंस 30 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इसलिए मप्र कैडर के सभी आईएएस अधिकारी अपनी परफॉर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट ऑनलाइन भर दें, ताकि मुख्य सचिव कामकाज की रैंकिंग करके अपने नंबर दे सकें। इसके साथ ही प्रदेश में नये मुख्य सचिव की नियुक्ति को लेकर भी अटकलों का दौर जारी था। अब इन अटकलों पर भी विराम लग गया है। संभावना है कि मप्र शासन का सामान्य प्रशासन विभाग आज तक शाम तक उनके एक दिसंबर से सेवा विस्तार संबंधी आदेश जारी सकता है।
इधर, मंत्रालय में पदस्थ उच्च अधिकारियों का इस संबंध में कहना है कि प्रदेश में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री चाहते थे कि इकबाल सिंह बैंस ही मुख्य सचिव रहें, ताकि जो कार्ययोजना तैयार की गई है, उस पर तेजी से अमल हो सके। अगले माह संभाग स्तर पर विभिन्न योजनाओं के पात्र हितग्राहियों को हितलाभ वितरण के कार्यक्रम होने हैं। आठ, नौ और दस जनवरी को इंदौर में प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन होना है। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ दुनियाभर से तीन हजार से ज्यादा प्रतिनिधि भाग लेंगे। आयोजन के लिए गठित विभिन्न समितियों के अध्यक्ष मुख्य सचिव हैं औैर लगातार बैठकें हो रही हैं। 11 एवं 12 जनवरी को इंदौर में ही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट होने वाली है। चुनाव के पूर्व यह शिवराज सरकार का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री ने इकबाल सिंह पर फिर भरोसा जताया।