राज्यसभा सदस्य संजय राऊत ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करने वाले राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी को तत्काल अपने पद का खुद इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने अभी तक राज्यपाल के इस बयान पर अपनी भूमिका स्पष्ट नहीं की है। राज्य के मुख्यमंत्री और भाजपा को इस बाबत तत्काल अपनी भूमिका साफ करनी चाहिए।
दरअसल, महाराष्ट्र के राज्यपाल बीएस कोश्यारी ने एक बयान में कहा था कि अगर कोई आपसे पूछता है कि आपका आदर्श कौन है, तो आपको उसे खोजने के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं है, वे आपको यहीं महाराष्ट्र में मिल जाएंगे। छत्रपति शिवाजी महाराज अब एक पुरानी मूर्ति बन गए हैं, आप बाबासाहेब अंबेडकर से लेकर नितिन गडकरी तक नए पा सकते हैं। राज्यपाल के इसी बयान के बाद महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है।
संजय राऊत मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर तंज कसते हुए कहा कि सीएम शिवसेना के 40 विधायकों के साथ जब अलग हुए थे, तो कहा था कि शिवसेना कांग्रेस-राकांपा के साथ चली गई, इसलिए उनके स्वाभिमान को ठेस पहुंची और वे सभी लोग शिवसेना से अलग हो गए थे। राऊत ने कहा कि सीएम सहित 40 विधायकों का स्वाभिमान अब छत्रपति शिवाजी महाराज के अपमान के बाद क्यों नहीं जाग रहा है। इस मामले पर तो सीएम एकनाथ शिंदे को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए था।
छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज छत्रपति संभाजी राजे ने कहा कि राज्यपाल हमेशा विवादित बयान दे रहे हैं, इसे अब सहन नहीं किया जा सकता है। केंद्र सरकार राज्यपाल को तत्काल दिल्ली बुलाए। इसी तरह का विरोध संभाजी ब्रिगेड सहित कई शिवप्रेमी संगठनों ने भी किया है।