आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के 12 नवंबर को कश्मीर घाटी के पत्रकारों को धमकी भरे पत्र भेजने के मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शनिवार को 10 स्थानों पर दबिश दी है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि घाटी के श्रीनगर, अनंतनाग और कुलगाम जिलों में तलाशी अभियान चल रहा है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मामले में टीआरएफ से जुड़े आतंकियों और इसके संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। टीआरएफ ने घाटी के कुछ मीडिया घरानों पर देशद्रोही कृत्य और भारत सरकार से सांठगांठ का आरोप लगाते हुए ऑनलाइन धमकी जारी भी की थी। इससे भयभीत होकर कई पत्रकार इस्तीफा दे चुके हैं। खुफिया रिपोर्ट में इस मामले में तुर्की स्थित आतंकी ऑपरेटिव मुख्तार बाबा और उसके जम्मू-कश्मीर के छह संपर्कों का हाथ होने का संदेह है।
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक मुख्तार बाबा की उम्र 55 साल है। वह कश्मीर के विभिन्न अखबारों में काम कर चुका है। वह 1990 के दशक में श्रीनगर में रहता था। इसके बाद वह तुर्की भाग गया। बाबा अक्सर पाकिस्तान जाता है। वह कश्मीर घाटी के युवाओं को टीआरएफ में शामिल करने के लिए प्रेरित करता है। घाटी में मौजूद उसके छह सहयोगियों में से दो की पहचान कर ली गई है। बाबा ने पत्रकार समुदाय में मुखबिरों का नेटवर्क तैयार किया है। इनकी सूचनाओं पर ही धमकाने के लिए पत्रकारों की सूची तैयार की।