स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर ‘वीर’ सावरकर को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान के बाद पार्टी नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी उतर आए हैं। उन्होंने कहा है कि तिलक, गांधी या भगत सिंह ने कभी अंग्रेजों से माफी नहीं मांगी। सावरकर ने अंग्रेजों से माफी मांगी।
भूपेश बघेल ने बताया, ”आजादी की लड़ाई के दौरान कई लोग जेल गए। बाल गंगाधर तिलक ने कभी माफी नहीं मांगी ना ही सरदार भगत सिंह, गांधी जी, नेहरू जी या सरदार पटेल ने मांगी। सावरकर दो रूपों में देखे गए। जेल जाने से पहले क्रांतिकारी और जेल में उन्होंने माफी मांगी।”
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के सभी दोषियों को रिहा करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के केंद्र सरकार के फैसले की भी सीएम भूपेश बघेल ने निंदा की। उन्होंने कहा, ”यह पूरे देश में आलोचना होने के बाद किया गया है, अन्यथा केंद्र सो रहा था। वह विभिन्न मुद्दों पर सक्रिय रहता है लेकिन इस मामले में इसकी निष्क्रियता समझ से परे है।”
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हाल ही में महाराष्ट्र के वाशिम जिले में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि सावरकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रतीक हैं। उन्हें अंडमान में दो-तीन साल की जेल हुई थी। उन्होंने दया याचिकाएं लिखनी शुरू की थीं। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया था कि सावरकर ने खुद पर एक अलग नाम से एक किताब लिखी थी और बताया था कि वह कितने बहादुर थे। गांधी ने कहा कि वह अंग्रेजों से पेंशन लेते थे, उनके लिए काम करते थे और कांग्रेस के खिलाफ काम करते थे।