अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा गेंद को चमकाने के लिए लार के उपयोग पर स्थायी प्रतिबंध लगाने का निर्णय लेने के बाद, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की राष्ट्रीय टीम इस नियम को तोड़ने वाली पहली टीम बन गई है। यूएई की टीम ने नेपाल के खिलाफ मैच में यह नियम तोड़ा, जिसके परिणामस्वरूप बाद में नेपाल को पांच पेनल्टी रन दिए गए।
ईएसपीएन क्रिकइन्फो के अनुसार, नेपाल के खिलाफ दूसरे वनडे के दौरान यूएई के अलीशान शराफू ने गेंद को चमकाने के लिए लार लगाई। उनके कृत्य पर ध्यान दिए जाने के बाद, ऑन-फील्ड अंपायर विनय कुमार झा और मसूदुर रहमान ने इस साल सितंबर में लागू हुए नए फैसले के अनुरूप नेपाल को पांच पेनल्टी रन दिए।
बता दें कि कोरोना के कारण एहतियात के तौर पर लार के इस्तेमाल पर दो साल से अधिक समय से प्रतिबंध लगा हुआ था। लेकिन आईसीसी क्रिकेट कमेटी की बैठक के बाद सितंबर में इस प्रतिबंध को स्थायी कर दिया गया।
दोनों पक्षों के बीच चल रही तीन मैचों की श्रृंखला को एकदिवसीय दर्जा दिया गया था और यह नियम अपने आप लागू हो गया था।
आईसीसी पैनल के एक पूर्व अंपायर ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से पुष्टि की, अगर अंपायर किसी को गेंद पर लार लगाते हुए देखते हैं, तो विरोधियों को सीधे पांच पेनल्टी रन देने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
191 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 16 वर्षीय गुलशन झा (37) और आरिफ शेख (33 *) के बीच आठवें विकेट के लिए 62 रनों की साझेदारी की बदौलत नेपाल ने तीन विकेट से मैच जीतकर श्रृंखला में 1-1 से बराबरी कर ली। सीरीज का निर्णायक शुक्रवार को खेला जाएगा।