बदरीनाथ में 16 नवंबर तक 17 लाख 45 हजार 920 तीर्थयात्रियों ने धाम पहुंच कर दर्शन किये। धाम के कपाट 19 नवम्बर को शीतकाल के लिए बंद होंगे। चारधाम में केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट पहले ही बंद हो चुके हैं।
उत्तराखंड चारधाम यात्रा में 16 नवंबर तक कुल 44 लाख 19 हजार 402 तीर्थयात्री धाम पहुंच चुके हैं। बदरीनाथ धाम में बर्फबारी के बाद सर्दी बढ़ी। चार धाम यात्रा मार्ग सुचारू हैं।
बदरी-केदार मंदिर समिति (बीकेटीसी) के मुताबिक बदरीनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 8 मई से लेकर 16 नवंबर (बुधवार) तक 17 लाख 45 हजार 920 लोगों ने दर्शन किये हैं। 16 नवंबर रात्रि तक कुल 3801 तीर्थयात्री धाम में पहुंचे। केदारनाथ धाम कपाट खुलने की तिथि 6 मई से 27 अक्टूबर कपाट बंद होने तक 15 लाख 63 हजार 278 तीर्थयात्री पहुंचे। इनमें से हेलीकॉप्टर से पहुंचे 1,51,795 तीर्थयात्री भी शामिल रहे। 16 नवंबर तक बदरीनाथ केदारनाथ पहुंचने वाले कुल तीर्थयात्रियों की संख्या का योग 33 लाख 9 हजार 198 है।
यमुनोत्री धाम कपाट खुलने की तिथि 3 मई से 27 अक्टूबर कपाट बंद होने तक तक 4 लाख 85 हजार 688 और गंगोत्री धाम कपाट खुलने की तिथि 3 मई से 26 अक्टूबर कपाट बंद होने तक 6 लाख 24 हजार 516 तीर्थयात्री पहुंचे। 27 अक्टूबर तक गंगोत्री-यमुनोत्री पहुंचे तीर्थ यात्रियों की संख्या 11 लाख 10 हजार 204 लोग पहुंचे।
16 नवंबर तक उत्तराखंड चारधाम पहुंचे संपूर्ण तीर्थयात्रियों की संख्या 44 लाख 19 हजार 402 तीर्थ यात्री धाम में दर्शन कर चुके हैं।
हेमकुंट साहिब- लोकपाल तीर्थ पहुंचे तीर्थयात्रियों की संख्या कपाट खुलने की तिथि 22 मई से 10 अक्टूबर कपाट बंद की तिथि तक 2 लाख 47 हजार है। इस प्रकार चारधाम यात्रियों की संख्या हेमकुंट साहिब लोकपाल तीर्थ सहित 46 लाख 66 हजार 402 लोग पहुंच चुके हैं।
चारधाम कपाट बंद होने की तिथियां:
-बदरीनाथ धाम के कपाट शनिवार 19 नवंबर को बंद होंगे।
-द्वितीय केदार मद्महेश्वर के कपाट 18 (शुक्रवार) नवंबर को शीतकाल के लिए बंद होंगे।
-केदारनाथ धाम बृहस्पतिवार 27 अक्टूबर को कपाट बंद हुए।
-यमुनोत्री धाम 27 अक्टूबर कपाट बंद हुए।
– गंगोत्री धाम 26 अक्टूबर कपाट बंद हुए।
-तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट 7 नवंबर को शीतकाल के बंद हुए।