हिमाचल प्रदेश में दो दिन पहले शनिवार को खुशगवार मौसम के बीच विधानसभा चुनाव के लिए हुए बंपर मतदान के बाद अब मौसम के तेवर बदल गए हैं। राज्य के ऊंचाई वाले कई भागों में सोमवार को बर्फबारी हो रही है, तो मैदानी क्षेत्रों में बादलों के बरसने से लोगों को बारिश का सामना करना पड़ा है। बारिश-बर्फबारी से समूचा प्रदेश ठंड की चपेट में आ गया है। कुछ स्थानों पर पारा माइनस में पहुंच गया है।
राजधानी शिमला में भी सुबह से हल्की बरसात हो रही है। जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति की स्पीति घाटी बर्फ से लकदक हो गई है। घाटी के लोसर में दो इंच तक बर्फ गिर चुकी है। किन्नौर, कुल्लू और चम्बा जिलों के ऊंचे स्थानों पर भी बर्फबारी का दौर जारी है।
मौसम विभाग के मुताबिक लाहौल-स्पीति के कुकुमसेरी में 5.8, केलांग में 4, गोंदला में 3 और किन्नौर जिला के कल्पा में 0.2 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई है।
मौसम में यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से आया है और पारा गिरने से तापमान में काफी गिरावट आ गई है।
लाहौल-स्पीति जिला के मुख्यालय केलांग में न्यूनतम तापमान -2.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। यह राज्य का सबसे ठंडा स्थल रहा। इसके अलावा कुकुमसेरी में पारा -0.1 डिग्री, शिमला के नारकंडा में 1.5 डिग्री, किन्नौर के कल्पा में 2, चम्बा के डल्हौजी में 2.6 डिग्री, शिमला के कुफरी में 4.5 डिग्री, कुल्लू जिला के मनाली में 5.8 डिग्री और शिमला शहर में 8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
मौसम विभाग ने सोमवार शाम तक मैदानी भागों में हल्की से माध्यम बारिश, जबकि उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात होने का अंदेशा जताया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने कहा कि 15 से 18 नवम्बर तक मौसम साफ रहने का अनुमान है।