स्वावलंबी भारत अभियान (एसबीए) के तत्वावधान में अगले साल 11 से 19 फरवरी तक युवा स्वरोजगार मेले का आयोजन किया जाएगा। यह मेला दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित होगा। मेले में 10 लाख से अधिक आगंतुकों के आने की आशा है।
प्रधानमंत्री संग्रहालय में रविवार को आयोजित प्रेस वार्ता में स्वदेशी जागरण मंच के सह संगठक सतीश कुमार ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि स्वावलंबी भारत अभियान का नेतृत्व स्वदेशी जागरण मंच (एसजेएम) कर रहा है जो देश के सबसे प्रमुख आर्थिक विचार संगठनों में से एक है। उन्होंने कहा कि एसजेएम स्वदेशी विनिर्माण का प्रबल समर्थक रहा है और सस्ते विदेशी सामानों पर मजबूत एंटी डंपिंग शुल्क के लिए लड़ता रहा है जिससे भारतीय निर्माताओं के हित की रक्षा हो सके। पिछले कुछ वर्षों में स्वदेशी जागरण मंच का विचार मोदी सरकार के विचार और आर्थिक लक्ष्यों के साथ काफी मेल खाता है।
उन्होंने कहा कि आईटीपीओ प्रगति मैदान परिसर में आयोजित होने वाले मेले में कुल 1200 स्टाल लगाए जाएंग। इन्हें उद्योग और व्यवसाय के आधार पर विभिन्न वर्गों में विभाजित किया जाएगा। आयोजकों को 10 दिन की अवधि में 10 लाख से अधिक आगंतुकों के आने की आशा है। प्रदर्शनियों के अलावा विभिन्न कार्यक्रमों और सम्मेलनों में अर्थशास्त्र, कृषि, सरकार और शिक्षा आदि जैसे कई क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व होगा। वैश्विक प्रभाव बनाने और भारतीय सॉफ्ट पावर को मजबूत करने के लिए विभिन्न विदेशी प्रतिनिधि और राजनयिक भी भाग लेंगे।
सतीश कुमार ने कहा कि इस मेले का मुख्य आकर्षण है कि यह पूरी तरह से स्वयंसेवकों द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जो इसे भारत में अपनी तरह का पहला आयोजन बनाता है। स्वयंसेवकों का यह महासंगम मेले को सफल बनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों से एकत्रित हुआ है।
उन्होंने कहा कि युवा स्वरोजगार मेला उन सभी विभिन्न हित धारकों का संगम होगा जिन्हें देश में उद्यमिता के लिए एक उपयुक्त वातावरण बनाने वह अपने प्रयासों में तालमेल बिठाने की आवश्यकता है। इसमें स्टार्टअप और निवेशक, एसएचजी और थोक खरीदार, कुशल युवा और उद्योग के साथ-साथ एमएसएमई और बड़े उद्योग, बैंकर और नवोदित उद्यमी और सरकारी अभिनेता शामिल हैं ताकि उन्हें रोजगार सृजन और लक्षित लाभार्थियों के लिए सरकारी योजनाओं से अवगत कराया जा सके।
कुमार ने कहा कि मेले में जैविक खेती, आयुर्वेद, औषधीय पौधों, योग में उभरते अवसरों सहित कृषि में उभरते अवसरों को उजागर करने के लिए अपने संयुक्त अनुभव का उपयोग करने के लिए और विभिन्न पृष्ठभूमि और क्षेत्रों के बुद्धिजीवियों को इकट्ठा करने के लिए विभिन्न सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की ताकत दिखाने के लिए प्रौद्योगिकी मेले, घरेलू परिधानों के लिए फैशन शो जैसे विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। स्थानीय, प्रमाणिक और स्वस्थ व्यंजनों के लिए फूड कोर्ट समृद्ध भारत की थीम पर प्रदर्शित किए जाएंगे।