गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में फर्जी बिल को लेकर टैक्स चोरी के करीब 500 करोड़ रुपए की गड़बड़ी मामले में गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) और इन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। दोनों एजेंसियों ने शनिवार को राज्य के अलग-अलग 150 स्थानों पर छापेमारी की। इससे पूर्व निर्वाचन विभाग ने राज्य में अलग-अलग स्थानों पर कार्रवाई कर 72 करोड़ रुपए से अधिक की रकम के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
सूत्रों के अनुसार शनिवार से शुरू की गई कार्रवाई में डीआरआई और जीएसटी की टीम ने सूरत, जामनगर, अहमदाबाद, भरूच में करीब 150 स्थानों पर छापेमारी की।
गुजरात में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही राज्य में रुपए पहुंचाने का काम शुरू हो गया है। पिछले कुछ दिनों के अंदर ही राज्य में 72 करोड़ रुपए से अधिक की रकम अलग-अलग कार्रवाई में जब्त की गई है। यह राशि गुजरात विधानसभा के वर्ष 2017 चुनाव के दौरान जब्त राशि से बहुत ज्यादा है। इसकी वजह से निर्वाचन आयोग के इस अभियान के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई थी।
बताया गया कि कुछ दिन पूर्व जीएसटी को गुजरात में फर्जी फर्म की बिलिंग से करीब 500 करोड़ रुपए की जीएसटी चोरी का पता चला था। बताया गया कि इस राशि का उपयोग चुनाव में किया जा सकता है। इसे लेकर सुरक्षा एजेंसियों समेत डीआरआई और जीएसटी समेत सभी एजेंसियां सतर्क हो गई थी।
जानकारी के अनुसार डीआरआई की कार्रवाई में पिछले दिनों मुंद्रा पोर्ट को गलत जानकारी देकर 64 करोड़ रुपए के खिलौनों के साथ अन्य सामान जब्त किया गया था। इसमें दो लोगों की गिरफ्तारी की गई थी। ऐसे कई मामले एक साथ चुनाव से जुड़ने के कारण एजेंसियों ने एक साथ मिलकर बड़ी कार्रवाई की है।