शहर में मंगलवार रात हुई युवक की हत्या के बाद उपजे तनाव के दौरान फ्लैग मार्च निकाल रही पुलिस पर पथराव करने वालों के खिलाफ आखिर कोतवाली थाने में प्रकरण दर्ज हुआ है। इस मामले में कोतवाली थानाधिकारी की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इसमें आठ लोगों को नामजद किया है तथा 15-20 अन्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है, जिन्हें भी नामजद करने का प्रयास किया जा रहा है। नामजद आरोपितों में महिलाएं भी शामिल है। पुलिस ने जान से मारने की नियत से पथराव करने तथा राजकार्य में बाधा पहुंचाने का प्रकरण दर्ज किया है।
जानकारी में सामने आया है कि चित्तौड़गढ़ शहर में मंगलवार रात को भाजपा नेता जगदीश सोनी के पुत्र रतन उर्फ राकेश सोनी की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 4 आरोपितों को गिरफ्तार किया। वहीं घटना के विरोध में बुधवार को पूरे दिन चित्तौड़गढ़ शहर में तनाव की स्थिति बनी रही। इन सभी के बीच शांति व्यवस्था को लेकर चित्तौड़गढ़ सहित आस-पास के जिलों से पुलिस जाब्ता बुला कर तैनात किया गया था। इसी क्रम में बुधवार को दोपहर बाद पुलिस की ओर से फ्लैग मार्च निकाला जा रहा था। फ्लैग मार्च गोल प्याऊ चौराहे से होकर ढुंचा बाजार होकर लोहार मोहल्ले की तरफ पहुंचा। यहां लोहार मोहल्ले की तरफ से पुलिस पर पथराव कर दिया गया। इस मामले में तत्काल पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया तथा इसके बाद में शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर छोड़ दिया गया था। लेकिन पुलिस की ओर से इस मामले में कोई प्रकरण दर्ज नहीं किया गया था। ऐसे में सभी जगह चर्चा का विषय बना हुआ था पुलिस पर पथराव करने वालों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हुई। इस मामले में अब जाकर मुकदमा दर्ज हुआ है। मामले में कोतवाली थाना पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है।
कोतवाली थाना अधिकारी मोतीराम की ओर से रिपोर्ट दी गई है, जिसमें आरोपितों पर हम सलाह होकर पुलिस जाब्ते पर जान से मारने की नियत से पत्थर फेंकना, पुलिस जाब्ते के चोट पहुंचाना व राजकार्य में बाधा पैदा करने के आरोप लगाए हैं। मामले में पुलिस ने लोहार मोहल्ला निवासी इकबाल पुत्र गुलाम मोहम्मद, अल्ताफ, इमरान, शब्बीर पुत्र अल्लानूर, रुकैया बानो पत्नी निसार, सलमा पत्नी रफीक लोहार, बबलू उर्फ मुस्तकित कुंजड़ा पुत्र मोहम्मद सलीम, हसीना पत्नी शरीफ इंदौरी व शरीफ इंदौरी को नामजद करते हुए 15-20 अन्य व्यक्तियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज हुआ है। इस मामले में अनुसंधान कोतवाली थाने के सब इंस्पेक्टर गोपालनाथ को सौंपा गया है।
शांति समिति की बैठक में भी उठा था मुद्दा
जानकारी में सामने आया कि मंगलवार को हुई घटना तथा बुधवार को हुए तनाव और प्रदर्शन को लेकर पुलिस एवं प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड़ पर दिखाई दिया। इस मामले में पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन ने गुरुवार को शांति समिति की बैठक बुलाई थी, जिसमें सभी से सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की गई थी। एक दूसरे का सम्मान करने की अपील की गई थी। इन सभी के बीच शांति समिति के सदस्यों ने भी अपने विचार व्यक्त किए थे। इसमें रिटायर्ड प्रोफेसर और शांति समिति की सदस्य डॉ सुशीला लड्ढा ने पुलिस पर हुए पथराव का मुद्दा प्रमुखता से उठाया था। उन्होंने कहा कि जो घटना हुई है उसको लेकर पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है और कार्रवाई हो रही है। आरोपों भी गिरफ्तारी हुए है लेकिन पुलिस पर जो पथराव हुआ है वह गलत है। पुलिस हम सभी की सुरक्षा करती है। जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं होगी तो कौन सुरक्षित होगा। इससे लोगों में असुरक्षा की भावना पैदा होगी।
पुलिस गुरुवार को जुटा रही थी सीसी टीवी फुटेज
जानकारी में सामने आया कि फ्लैग मार्च पर हुए पथराव को लेकर पुलिस ने गुरुवार दोपहर में ही कार्रवाई शुरू कर दी थी। इसके लिए पुलिस फ्लैग मार्च पर पथराव के फुटेज जुटा रही थी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कैलाशसिंह सांदू ने भी अपील की थी कि पुलिस पर पथराव करने वालों के वीडियो उपलब्ध करवाए जाए, जिससे कि पुलिस पर पथराव करने वालों को नामजद किया जा सके।