हिंदू नेता सुधीर सूरी की हत्या के बाद पंजाब सरकार कट्टरपंथियों के खिलाफ बयानबाजी करने वाले किसी भी व्यक्ति की सुरक्षा में चूक नहीं चाहती। इसीलिए लापरवाही बरतने पर गुरसिमरन सिंह मंड की सुरक्षा में तैनात पांच गनमैन को सस्पेंड कर दिया गया है। यह दावा मंड ने ही किया है। मंड ने बताया कि उनकी सुरक्षा में 10 सुरक्षा कर्मचारी तैनात थे लेकिन कुछ उनकी सुरक्षा में लापरवाही बरत रहे थे।
इसकी शिकायत उन्होंने पुलिस अधिकारियों से की थी। अधिकारियों ने पांच सुरक्षा कर्मचारियों को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। हालांकि उनकी जगह पर अभी किसी को तैनात नहीं किया गया है। इस तरह गुरसिमरन सिंह की सुरक्षा में अब पांच गनमैन ही रह गए हैं। हालांकि इस बारे में पुलिस कमिश्नर डॉ. कौस्तुभ शर्मा से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
इन लोगों के पास ही इतनी सुरक्षा
शिवसेना पंजाब के राष्ट्रीय चेयरमैन राजीव टंडन के पास सरकारी जिप्सी के साथ-साथ छह सुरक्षा कर्मचारी हैं जबकि शिवसेना पंजाब के ही नेता अमित अरोड़ा की सुरक्षा में पहले ही सरकारी जिप्सी और पांच सुरक्षा कर्मचारी तैनात हैं। अब इनकी संख्या बढ़ाकर नौ कर दी गई है। इसके अलावा कट्टरपंथियों के खिलाफ बयान देने वाले गुरसिमरन सिंह मंड के पास कुल 10 सुरक्षा कर्मचारी हैं। वहीं सरकारी जिप्सी और बुलेट प्रूफ जैकेट भी दी गई है। नीरज भारद्वाज के पास दो, हरकिरत खुराना के पास तीन और योगेश बक्शी के पास एक गनमैन है।
शिवसेना हिंदोस्तान के राष्ट्रीय प्रधान को मिली जान से मारने की धमकी
उधर, खरड़ में शिवसेना हिंदोस्तान के राष्ट्रीय प्रधान निशांत शर्मा ने पुलिस को अपनी सुरक्षा मजबूत करने की मांग की है। उन्होंने थाना खरड़ थाना प्रभारी को दी लिखित शिकायत में कहा है कि सुधीर सूरी की हत्या के बाद विदेशी फोन नंबरों से मुझे जान से मारने की धमकी मिल रही हैं। कहा जा रहा है कि अब तेरी बारी है।
उन्होंने उच्चाधिकारियों से मांग की है कि उनकी सुरक्षा में बिल्कुल फिट पुलिसकर्मी तैनात किए जाएं। पुलिस ने उनकी मांग पर कुछ पुलिस कर्मचारियों को बदल दिया है। एसएसपी विवेकशील सोनी ने बताया कि निशांत शर्मा को धमकी देने का मामला सामने आया है। उनको पहले ही सुरक्षा मुहैया कराई गई है। पुलिस सभी की सुरक्षा के संबंध में चौकस है।