महाकवि कालिदास जन्म भू स्मारक समिति कविल्ठा कालीमठ के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय महाकवि कालिदास समारोह रंगारंग सांस्कृतिक व विद्वान आचार्यों के शोध वाचन के समापन हुआ।
कार्यक्रम के समापन पर केन्द्रीय गढ़वाल विश्व विद्यालय संस्कृत विभाग प्राचार्य डा.आशुतोष गुप्ता को उनके शोध वाचनों को देखते हुए कालिदास सम्मान से सम्मानित किया गया। कालीमठ घाटी के कविल्ठा में आयोजित तीन दिवसीय महाकवि कालिदास सम्मान समारोह के आयोजन से क्षेत्र में रौनक बनी रही। विभिन्न सामाजिक संगठनों व ग्रामीणों ने समारोह में बढ़-चढ़कर भागीदारी की। तीन दिवसीय महाकवि कालिदास सम्मान समारोह के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए गढ़वाल विश्व विद्यालय के कुल सचिव डा.अजय खण्डूरी ने कहा कि महाकवि कालिदास का हिमालय के प्रति अगाध प्रेम रहा है तथा उन्होंने विभिन्न संस्कृत महाकाव्यों में हिमालय की महिमा का गुणगान विस्तृत तरीके से किया है।
डा. नित्यानंद पोखरियाल, डा. यशोदा खण्डूरी, डा.भानु प्रताप डिमरी व कवियत्री उपासना सेमवाल ने भी महाकवि कालिदास की संस्कृत महाकाव्यों का विस्तृत वर्णन किया। समारोह की अध्यक्षता करते हुए संस्कृत निदेशक एसपी खाली ने कहा कि महाकवि कालिदास सम्मान समारोह को भव्य रूप देने के लिए पर्यटन विभाग, संस्कृति विभाग व प्रदेश सरकार को भी पहल करने की जरूरत है। समापन समारोह का संचालन महामंत्री सुरेशानन्द गौड़ ने किया।
सम्मान समारोह के समापन अवसर पर प्राथमिक विद्यालय कविल्ठा, सरस्वती शिशु मन्दिर व कोटमा, महिला मंगल दल कोटमा, कालीमठ व शैलजा सामाजिक ग्रुप पौड़ी के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही जिसका दर्शकों ने देर सांय तक भरपूर लुत्फ उठाया।
इस मौके पर अध्यक्ष बीरेन्द्र सिंह रावत, सुरेन्द्र सिंह तिन्दोरी, प्रधान अरविन्द राणा, महेश चन्द्र सती, मनवर सिंह चौहान, बलवन्त सिंह रावत, रमेशचन्द्र भटट्, राम लाल आर्य, मुकन्दी सिंह सत्कारी, भामा देवी गौड़, प्रियंका देवी सहित विभिन्न क्षेत्रों के साहित्यकार, संगीतकार, जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौजूद थे।