मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार शाम वाराणसी पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री बलिया और चंदौली के दौरे के बाद वाराणसी पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री सर्किट हाउस में देव दीपावली के साथ काशी-तमिल संगमम् की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। बैठक के बाद मुख्यमंत्री बाबा कालभैरव, बाबा विश्वनाथ दरबार में दर्शन-पूजन के बाद देर शाम लखनऊ लौट जाएंगे।
अयोध्या में दीपोत्सव के बाद अब काशी की देव दीपावली को भव्यतम रूप में मनाने के लिए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है। देव दीपावली पर पहली बार काशी के ऐतिहासिक घाट की दीवार पर 3डी प्रोजेक्शन मैपिंग के माध्यम से धर्म का व्याख्यान होगा। इसके जरिए काशी आने वाले पर्यटक मां गंगा के पृथ्वी पर अवतरण एवं देव दीपावली की कथा सुन सकेंगे। गंगा की गोद में लेजर और लाइट मल्टीमीडिया शो के माध्यम से भगवान शिव के भजन की प्रस्तुति भी होगी। बीस मिनट का शो कई बार दिखाया जाएगा, जिससे देव दीपावली पर वाराणसी के घाटों पर आने वाले सभी श्रद्धालु देख सकेंगे। इस शो का होगा आयोजन चेत सिंह घाट पर होगा।
उधर, वाराणसी में एक महीने तक होने वाले काशी तमिल संगमम् में काशी का विकास मॉडल दक्षिण भारत के प्रतिनिधि देखेंगे। पुरातन और आधुनिकता के तालमेल से तराशी गयी काशी में तमिलनाडु के अलग-अलग विषयों के विशेषज्ञ मंथन करेंगे। संगमम् में तमिलनाडु के 38 जिलों के करीब 3000 डेलीगेट्स भाग लेंगे। 17 नवंबर 2022 से शुरू होकर 18 दिसंबर 2022 तक चलने वाले इस समागम में दक्षिण भारत के डेलीगेट्स वाराणसी में विकास के मॉडल को भी देखेंगे। इसके साथ ही सभी प्रतिनिधि श्रीराम की नगरी अयोध्या और संगम नगरी प्रयाग का भी दौरा करेंगे। मुख्यमंत्री काशी तमिल संगमम् की तैयारियों का जायजा लेने के बाद आवश्यक दिशा निर्देश अफसरों को देंगे।