कोविड महामारी के बाद से देश की अर्थव्यवस्था संभालने के लिए अमेरिका ने इस साल चौथी बार अपने बेंचमार्क (आधार मूल्यों) ब्याज दरों में 75 अंक की बढ़ोतरी की है। हालांकि, फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया कि वह जल्द ही अपनी दरों में बढ़ोतरी को थोड़ा कम कर सकता है।
फेड के इस कदम ने अपनी प्रमुख अल्पकालिक दर को 3.75 फीसदी से 4 फीसदी की सीमा तक बढ़ाया है, जो 15 वर्षों में इसका उच्चतम स्तर है। यह इस साल केंद्रीय बैंक की चौथी वृद्धि है। फेड अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने कहा कि फेड यह बढ़ोतरी जारी रख सकता है। उन्होंने कहा कि आने वाले महीनों में यह अर्थव्यवस्था पर अपनी बड़ी दर वृद्धि के संचयी प्रभाव पर विचार करेगा। पॉवेल ने कहा कि हम मुद्रास्फीति को कम करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध हैं और हमारे पास विकल्प के साथ ही संकल्प भी है।
वहीं, व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव काराइन जीन-पियरे ने कहा कि फेड के अपने बेंचमार्क ब्याज दर को बढ़ाने के ताजा फैसले से मुद्रास्फीति को कम करने में मदद मिलेगी। होम लोन की ब्याज दरों में वृद्धि से हाउसिंग मार्केट में मुद्रास्फीति काबू होने की संभावना है।
इसके साथ ही सेंट्रल बैंक ने संकेत दिए हैं कि महंगाई को काबू में लाने की आक्रामक नीति अब अंतिम दौर में है। फेड रिजर्व के ये संकेत मंदी के माहौल में राहत की खबर है। आपको बता दें कि अमेरिका में महंगाई 40 साल के उच्चतम स्तर पर है।
सकारात्मक संकेतों की वजह से अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज के सूचकांक- डाउ जॉन्स और एसएंडपी 500 में उछाल आया है।