पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थक ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने सीएम अशोक गहलोत और उनके समर्थकों के खिलाफ एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। गुढ़ा ने कांग्रेस आलाकमान से राजस्थान में मुख्यमंत्री बदलने का फैसला करने के लिए जल्द विधायक दल की बैठक बुलाने की मांग की है। गुढ़ा ने सियासी बवाल के लिए जिम्मेदार मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी और आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ को उनके पदों से बर्खास्त करने की भी मांग उठाई है।
उन्होंने कहा कि हमारे संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा था कि एक-दो दिन में राजस्थान सीएम का फैसला कर देंगे। दूसरा शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ को नोटिस दिए गए थे। इस मामले को एक महीने से ज्यादा का समय निकल गया। उस समय फिर से कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाने की बात हुई थी, अब तक विधायक दल की बैठक नहीं बुलाई गई। मेरा तो यही कहना है कि आलाकमान की विश्वसनीयता का सवाल है, जिस तरह की बातें हुई थीं कि जल्दी से कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाकर सीएम पर फैसला करें। जल्द तीनों नेताओं पर फैसला करें।
गुढ़ा ने कहा कि वेणुगोपाल ने उस समय राजस्थान के मुख्यमंत्री का फैसला एक दो दिन में करने को कहा था, वह फैसला अब जल्द किया जाए, जिससे कि हिमाचल और गुजरात के चुनाव में पार्टी को इसका फायदा मिले। दोनों जगह कांग्रेस अच्छी पोजीशन में है। चाहे मंत्री हो, ब्यूरोक्रेसी हो सब जगह सीएम को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है, इसमें जल्दी फैसला करना चाहिए। मल्लिकार्जुन खड़गे अध्यक्ष बन गए, उन्होंने काम संभाल लिया है। वह यहां पर्यवेक्षक बनकर आए थे, उन्होंने सारी चीजें देखी हैं, अब उसके बाद उन्हें यह मैसेज देना चाहिए कि पार्टी डिसीजन कर रही है, इससे कांग्रेस को फायदा होगा।
गुढ़ा ने कहा कि नोटिस वाले तीनों नेता पार्टी के कठघरे में खड़े हैं। पार्टी इन्हें बरी करती है, सजा देती है, सस्पैंड करती है, बर्खास्त करती है, या इन्हें से पार्टी निकाला जाता है, यह फैसला हाईकमान को करना है। मेरे हिसाब से इनको बर्खास्त कर देना चाहिए। अगर मुझे फैसला करना हो तो मैं ऐसे लोगों को बर्खास्त करूंगा।गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव में कांग्रेस बहुत बढिया हालत में है। अगर हम दिल्ली में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाकर सीएम पर फैसला करते हैं तो पार्टी को फायदा होगा। अभी सीएम को लेकर लोग दुविधा में बैठे हैं, यह स्थिति राजस्थान की जनता के हित में नहीं है। सीएम अशोक गहलोत के अगले बजट पेश करने की तैयारियों के सियासी संकेतों पर गुढ़ा ने कहा कि सीएम दिल्ली में अपनी बात कह चुके हैं। अब सीएम को लेकर फैसला होना है, यह फैसला जल्द से जल्द कर देना चाहिए।
रविवार को पायलट समर्थक विधायक रामनिवास गावड़िया ने गहलोत के नजदीकी आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह राठौड़ पर हमला बोला था। गावड़िया ने राठौड़ पर उनके क्षेत्र में आकर बीजेपी नेताओं के कार्यक्रम में जाने का आरोप लगाया था। अब मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने विधायक दल की बैठक बुलाकर नए सीएम का फैसला करने और तीनों नेताओं के खिलाफ एक्शन लेने की मांग करके सियासी विवाद को ताजा कर दिया है। सचिन पायलट कैंप अब सीएम बदलने के साथ विधायक दल की बैठक के बहिष्कार के मामले में दोषी तीनों नेताओं को बर्खास्त करने की मांग उठाकर इसे मुद्दा बना रहा है। पायलट कैंप हिमाचल और गुजरात विधानसभा चुनावों से पहले दोनों मुद्दों पर एक्शन चाहता है। दोनों राज्यों में ही सचिन पायलट स्टार प्रचारक हैं और प्रचार कर रहे हैं। इस बीच उनके समर्थकों ने मुखर होकर दोनों मुद्दों को उठाना शुरू कर दिया है।