हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कई ‘कुबेर’ किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें से कुछ उम्मीदवारों की संपत्ति एक अरब रुपये के भी पार है। उम्मीदवारों ने नामांकन पत्रों के साथ दाखिल शपथ पत्रों में अपनी संपत्ति की जानकारी चुनाव आयोग को दी है। इनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बलबीर सिंह वर्मा सबसे अमीर उम्मीदवार हैं। 52 वर्षीय वर्मा शिमला जिले की चौपाल सीट से विधायक हैं। इस बार भी भाजपा ने उन्हें यहीं से टिकट दिया है। वह 191 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं।
उन्होंने शपथपत्र में अपनी कुल चल एवं अचल संपत्ति करीब 191 करोड़ रुपये की घोषणा की है। इसमें चल संपत्ति करीब 4.30 करोड़ और अचल संपत्ति करीब 187 करोड़ रुपये है। वह बिल्डर हैं। उनकी आय का जरिया बागवानी, होटल, पेट्रोल पंप और व्यावसायिक भवन हैं। उनके पास कई लग्जरी गाड़ियां हैं।
वर्मा करीब दो करोड़ रुपये जीएसटी भरते हैं। उन्होंने वर्ष 2021-22 में सात करोड़ रुपये से ज्यादा आयकर भरा है। उनपर 47 करोड़ रुपये की देनदारी है। उनका मुकाबला कांग्रेस के रजनीश किमटा और कांग्रेस के बागी पूर्व विधायक सुभाष मंगलेट से है। किमटा ने अपनी चल संपत्ति 37.89 लाख और पत्नी की चल संपत्ति 2.31 करोड़ दिखाई है। इनकी अचल संपत्ति 22 करोड़ और पत्नी की 6.25 करोड़ रुपये है। किमटा पर 48 लाख रुपये और पत्नी पर 1.05 करोड़ रुपये की देनदारी है। किमटा ने वितीय वर्ष 2021-22 में लगभग 58 लाख रुपये का आयकर भरा है। निर्दलीय सुभाष मगलेट (50) के परिवार की चल-अचल संपत्ति 12 करोड़ रुपये से अधिक है।