सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती व राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कई कार्यक्रमों में शामिल हुए। उन्होंने इकाना स्टेडियम में राष्ट्रीय दिव्यांग टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट का शुभारम्भ किया। इस मौके पर उन्हें बैट्समैन के रूप में कुछ गेंदों का भी सामना किया।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि भारत गणराज्य के शिल्पी लौहपुरुष सरदार पटेल को नमन करता हूं। आज पूरा देश उनकी जयंती मना रहा है। सुबह से अनेक कार्यक्रम चल रहे हैं। प्रदेश के सभी जिलों में रन फ़ॉर यूनिटी दौड़ चल रही है। प्रशासन, बच्चे सभी भाग ले रहे हैं। इस अवसर पर यहां इकाना स्टेडियम में दिव्यांगजन टूर्नामेंट चल रहा है। इसके लिए आयोजकों को धन्यवाद एवं बधाई।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत के प्रत्येक वर्ग के नागरिकों के लिए योजनाएं शुरू की हैं। सबका साथ, सबका विकास नए भारत की कहानी कहता है। शासन की योजनाओं का लाभ प्रत्येक नागरिक का अधिकार है। किसी भी तरह का भेदभाव नहीं होना चाहिए। विकलांग शब्द को दिव्यांग शब्द प्रधानमंत्री मोदी ने ही दिया है। नौकरियों में उनके कोटे को भी बढ़ाया गया है।
उन्होंने कहा कि इस टूर्नामेंट में कई टीमें भाग ले रही हैं। कई संस्थाएं इस कार्यक्रम के साथ जुड़ी हैं। इस कार्यक्रम की ब्रांड एम्बेसडर दीपा मलिक को धन्यवाद देता हूं। वह लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बनी हैं। वह पहली पैरालंपिक खिलाड़ी हैं, जिन्होंने पदक जीता था। अगले सात दिनों तक यहां लखनऊवासियों को बहुत रोमांचक मैच देखने का अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमको यह ध्यान देना होगा कि दिव्यांगजन सारी कठिनाई से लड़कर यहां पहुंचे हैं। भारत के इतिहास में ऋषि अष्टावक्र और भक्ति काल के सूरदासजी उदाहरण हैं, जिन्होंने उपनिषद, ज्ञान और भक्ति का मार्ग दिखाया है। दुनिया में जब भौतिक विज्ञान की बात होती है तो स्टीफन हॉकिन्स का नाम आता है। जब उनका लोहा माना गया। उत्तर प्रदेश में वर्तमान में 10 लाख दिव्यांगजन को 12 हजार सालाना पेंशन हम दे रहे हैं और उन्हें जरूरत के आधार पर कृत्रिम अंग भी दिये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल का सपना साकार होता है, जब हमारे दिव्यांगजन देश के लिए मेडल जीतते हैं। हमने पैरालम्पिक खिलाड़ियों का सम्मान मेरठ में किया था। इस मौके पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री गिरीश चंद्र यादव समेत अन्य नेता व अधिकारी मौजूद रहे।