सूर्योपासना का चार दिनी महापर्व भगवान भाष्कर को अर्घ्य देने के बाद सोमवार को संपन्न हो गया। उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए गंगा, यमुना, संगम, अरैल और बलुआ घाट पर हजारों की भीड़ उमड पड़ी। सूर्य की लालिमा दिखते ही घाटों पर गगन भेदी जयकारे लगने लगे। व्रती महिलाओं ने अपने परिवार के साथ भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर कुटुंब के दीर्घायु और मंगलमय जीवन की कामना की। भोर से ही घाटों पर भीड़ जमा हो गई थी। घाटों पर व्यापक बंदोबस्त भी किया गया था।