डेंगू का प्रकोप नगर में तेजी से बढ़ रहा है। शायद ही कोई मोहल्ला हो, जहां डेंगू के तीन से चार मरीज न हों। डेंगू की बीमारी से कई परिवारों ने अपनों को खो दिया है। इसके बावजूद फागिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव में लापरवाही हो रही है।
जनपद में इन दिनों डेंगू ने पांव पसार रखे हैं। आलम यह है कि शहर के कई मोहल्ले इसकी जद में होने के बावजूद एंटी लार्वा और फागिंग छिड़काव की जिम्मेदारी संभालने वाले अभी लापरवाही बरत रहे हैं। कई मोहल्ले अभी भी ऐसे हैं, जहां एक भी बार एंटी लार्वा और फागिंग का छिड़काव नहीं किया गया है। पक्का पाेखरा, कजरहवा पोखरा, छोटी बसहीं, शुक्लहा में डेंगू का प्रकोप अन्य क्षेत्रों की तुलना में अधिक है। इसके बावजूद दवा का छिड़काव नहीं हो रहा है।
स्टेशन रोड, रोडवेज, पीली कोठी व शुक्लहा निवासी राकेश, विनोद, सत्यम, विकास, आकाश आदि का कहना है कि वार्ड में फागिंग नहीं की गई है और न ही एंटी लार्वा का छिड़काव किया गया। जबकि डेंगू के प्रकोप से ग्रसित वार्ड में प्रतिदिन फागिंग व एंटी लार्वा का छिड़काव होना चाहिए। चंद स्थानों पर ही फागिंग व एंटी लार्वा का छिड़काव कर खानापूर्ति की जा रही है। जबकि नगर पालिका का दावा है कि प्रतिदिन पांच वार्डों में फागिंग व एंटी का छिड़काव किया जा रहा है। इससे नगर पालिका की कार्यशैली पर नगरवासियों में आक्रोश है।