आसनसोल संसदीय सीट के उपचुनाव में तृणमूल के टिकट पर जीत दर्ज करने के बाद से शत्रुघ्न सिन्हा अपने संसदीय क्षेत्र में नजर नहीं आए हैं। इसे लेकर लोगों ने उनके लापता होने संबंधी पोस्टर लगाए हैं। छठ पूजा का त्यौहार है और आसनसोल हिंदी भाषी बहुल क्षेत्र है। त्यौहारों के इस माहौल में हर राजनीतिक पार्टी के जनप्रतिनिधि जनसंपर्क और लोगों की सुख सुविधाओं के लिए काम कर रहे हैं लेकिन शत्रुघ्न सिन्हा लापता हैं। इसे लेकर कुल्टी के विभिन्न इलाकों में पोस्टर लगाए गए हैं जिसमें पोस्टर लगाने वाले के रूप में बिहारी जनता आसनसोल लिखा गया है।
खास बात यह है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के इस्तीफे की वजह से रिक्त हुए आसनसोल लोकसभा क्षेत्र के हिंदी भाषी समुदाय के लोगों ने उपचुनाव में जमकर शत्रुघ्न सिन्हा को वोट दिए थे। आरोप है कि किसी भी प्रमुख मौके पर सिन्हा क्षेत्र में नहीं रहते और वह फिल्मी सितारों की तरह अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों की पहुंच से कोसों दूर हैं।
इधर इस पोस्टर को लेकर तृणमूल और भाजपा में जुबानी जंग तेज हो गई है। 66 नंबर वार्ड से तृणमूल के पार्षद सलीम अंसारी ने कहा कि पोस्टर लगाने वाले लोग पागलों की तरह काम कर रहे हैं। शत्रुघ्न सिन्हा हर महीने आसनसोल आते हैं और लोगों की समस्याओं को सुनकर उसका समाधान करते हैं। इस तरह का पोस्टर लगाना ठीक नहीं है।