पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक रहे मुलायम सिंह यादव की अस्थियां बुधवार को संगम में विसर्जित कर दी गई। उनके पुत्र और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने परिवार समेत संगम पर पहुंचकर उनकी अस्थियों को वैदिक मंत्रोच्चार एवं विधि विधान के साथ संगम में प्रवाहित किया। इस दौरान बड़ी संख्या में सपा के स्थानीय नेताओं के अलावा पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी एवं मुलायम सिंह यादव के परिवार की तमाम सदस्य मौजूद रहे।
संगम पर अस्थि विसर्जन के दौरान हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस के पसीने छूट गए। जैसे ही अखिलेश का काफिला संगम तट पर पहुंचा बैरिकेडिंग व्यवस्था ध्वस्त हो गई। हर कोई एक झलक देखने के लिए परेशान रहा।
अस्थि विसर्जन के लिए बनाए गए वीआईपी नौका पर सपा जिलाध्यक्ष योगेशचंद्र यादव को छोड़कर किसी भी सपा नेता को प्रवेश नहीं दिया गया। सपा के विधायकों को भी बाहर ही रोक दिया गया। पूर्व सांसद रेवती रमण सिंह भी घाट पर पहुंचे। वह गाड़ी में ही बैठे रहे। सुरक्षा के मद्दनजर उन्हें वाहन से नीचे नहीं उतरने दिया गया। मुलायम सिंह यादव के साथ चाचा शिवपाल यादव सहित धर्मेंद्र यादव, प्रतीक यादव आदि मौजूद रहे। सपा मुखिया को 11.40 पर बमरौली हवाई अड्डे पर आना था, लेकिन वह कुछ विलंब से पहुंचे। संगम पर वह करीब डेढ़ बजे पहुंचे।