बीएचयू में फीस वृद्धि के विरोध में अनिश्चितकालीन धरने के चौथे दिन मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने भैंस के आगे बीन बजाकर प्रदर्शन किया। इसके साथ ही आंदोलन तेज करने की चेतावनी भी दी है।
छात्र अधिष्ठाता कार्यालय पर धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं ने बताया कि पिछले कई दिनों से धरना, प्रदर्शन करने के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कोई निर्णय नहीं लिया गया है। परिषद के बीएचयू इकाई के अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह ने कहा कि बीएचयू विश्व के सबसे बड़े आवासीय परिसरों में से एक है। फीस वृद्धि का पिछले कई महीनों से विरोध करने के बाद भी कोई निर्णय न होना विश्वविद्यालय की सबसे बड़ी हठधर्मिता है। इकाई मंत्री पुनीत मिश्र ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन फीस वृद्धि पर सफेद झूठ बोल रहा है। अगर फीस वृद्धि हुई नहीं तो सत्र 2021 के विद्यार्थियों से बढ़ी हुई फीस क्यों वसूली गई। प्रदर्शन के दौरान साक्षी सिंह, सौरभ राय, सत्यनारायण सिंह, अपर्णा पांडेय, मेघा मुखर्जी ,शिवेंद्र पांडेय,आस्था आदि लोग मौजूद रहे।
बीएचयू में कुलपति आवास के सामने 13 दिन से रास्ता जाम है। आयुर्वेद संकाय में पीजी में सीट वृद्धि की मांग को लेकर छात्र धरने पर हैं। कई बार अधिकारियों से बातचीत हुई, लेकिन समाधान नहीं हुआ। उधर, छात्रों के धरने पर बैठने की वजह से संकाय में यूजी की कक्षाओं में सन्नाटा है। इसको लेकर शिक्षक भी परेशान हैं।
छात्रों का कहना है कि वह लंबे समय से सीट वृद्धि की मांग कर रहे हैं। हर बार उन्हें विश्वविद्यालय प्रशासन से केवल आश्वासन ही मिला। जब तक लिखित आदेश नहीं दिया जाता है तब तक धरना खत्म नहीं होगा। जो भी अधिकारी बातचीत के लिए आए उन्होंने स्पष्ट निर्णय नहीं लिया। मंगलवार को संकाय प्रमुख प्रो. केएन द्विवेदी एक बार फिर शिक्षकों संग धरना स्थल पर पहुंचे और उन्हें मनाने का प्रयास किया, लेकिन छात्र अड़े रहे। छात्रों ने धरना स्थल पर ही दीपावली मनाने का निर्णय लिया है।
प्रो. केएन द्विवेदी का कहना है कि धरने की वजह से यूजी की कक्षाएं नहीं चल पा रही हैं। बातचीत कर धरना खत्म करने को कई बार कहा गया, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं है। ऐसे में छात्रों के अभिभावकों को नोटिस भेजा जा रहा है। छात्रों के धरने पर बैठने और नियमानुसार कार्रवाई की जानकारी दी जा रही है। 100 अभिभावकों को नोटिस भेजा जा चुका है। इसकी जानकारी छात्रों को पहले ही दी जा चुकी है।
फिर ओपीडी ठप करने की चेतावनी
छात्रों ने एक बार फिर ओपीडी बंद करने की चेतावनी दी है। मंगलवार को बताया कि सोमवार को ओपीडी सेवा बंद कराने के दौरान बीएचयू प्रशासन को 36 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया था। अब तक कुछ नहीं निर्णय लिया गया। समय सीमा बीतने के बाद फिर ओपीडी बंद कराई जाएगी।