हस्तिनापुर क्षेत्र में भीमकुंड घाट पर गंगा नदी में मंगलवार सुबह एक नाव डूब गई। नाव पर सवार लगभग 10 लोग तैरकर बाहर आ गए, जबकि पांच लोगों का अभी तक कुछ पता नहीं चला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को मौके पर जाकर राहत कार्य में जुटने के निर्देश भी दिए हैं।
हस्तिनापुर में गंगा नदी पर भीमकुंड घाट पर बने पुल का एप्रोच रोड बह जाने के कारण लोगों को गंगा पार करने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ता है। मंगलवार सुबह भी एक नाव पर लगभग 15 लोग सवार थे। ये सभी लोग गंगा पार बिजनौर जनपद में जा रहे थे। गंगा के बीच में तेज धार में नाव अचानक पुल के पिलर से टकरा गई और गंगा नदी में डूब गई। हादसे के बाद लगभग दस लोग तैरकर नदी से बाहर आ गए और पांच लोगों का अभी तक कोई पता नहीं चला है।
सूचना मिलते ही एसडीएम मवाना अखिलेश समेत सिंचाई विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। लापता लोगों की तलाश में पीएसी की मोटर बोट और गोताखोर लगाए गए हैं। लापता लोगों में शिक्षक और प्राइवेट कर्मचारी बताए जा रहे हैं। जिलाधिकारी दीपक मीणा ने तत्काल ही मवाना एसडीएम से हालात की जानकारी ली। बचाव टीमें गंगा में डूबे लोगों की तलाश में जुटी हुई हैं।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ में नाव डूबने के हादसे का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी और पुलिस के उच्च अधिकारियों को शीघ्र घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए। उन्होंने युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य के कराए जाने को कहा। एनडीआरएफ और एसडीआरफ की टीम को मौके पर जाकर राहत कार्य को युद्ध स्तर पर कराने के निर्देश दिए हैं।