भारतीय संस्कृति पर आधारित शिक्षण के माध्यम से बालकों के सर्वांगीण विकास के लिए विद्या भारती काम कर रही है, ताकि वह मानसिक व शारीरिक रूप से प्रबल बन सके और देश के विकास के लिए किसी भी क्षेत्र में अपना योगदान दे सके। उक्त बातें विद्या भारती की उत्तर बिहार प्रांत इकाई लोक शिक्षा समिति, बिहार के सचिव मुकेश नंदन ने महावीरी सरस्वती विद्या मंदिर , विजयहाता सीवान में लोक शिक्षा समिति बिहार द्वारा आयोजित प्रांतीय गणित-विज्ञान मेला के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहीं।
उन्होंने कहा कि विद्या भारती अपने सरस्वती शिशु/ विद्या मंदिरों के माध्यम से छात्र छात्राओं में वर्ष 1952 से ही संस्कार युक्त शिक्षा देने का काम कर रही है। शिक्षा में संस्कार का होना अति महत्त्वपूर्ण होता है, क्योंकि संस्कार युक्त बालक ही भगवान राम की तरह आदर्शवादी मर्यादा पुरुषोत्तम बनता है या फिर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की तरह महान वैज्ञानिक। संस्कार विहीन व्यक्ति रावण की तरह राक्षस या कलयुग में ओसामा बिन लादेन जैसा उग्रवादी बनता है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति-2020 में भारतीय संस्कृति पर आधारित शिक्षा की संकल्पना की गयी है, जिसमें संस्कार युक्त, देशभक्ति और मानवता के कल्याण पर आधारित शिक्षा पर बल दिया गया है।
इस मौके पर मीडिया से बातचीत करते हुए लोक शिक्षा समिति बिहार के सह सचिव रामलाल सिंह ने कहा कि विज्ञान एक ऐसा क्षेत्र है, जो लोगों को आत्मनिर्भर बनाता है। वर्तमान में भारत विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि विश्व में जो भी घटनाएं घटित हो रही हैं, उसे हम विज्ञान के माध्यम से समझ सकते हैं। जिन बच्चों में विज्ञान को लेकर रुचि है वह बहुत आगे जाएंगे।
वहीं लोक शिक्षा समिति, बिहार के प्रचार विभाग के मार्गदर्शक ललित कुमार राय ने कहा कि
वर्तमान की नई शिक्षा नीति बच्चों पर थोपे जाने वाली शिक्षा प्रणाली नहीं है। इसमें प्रयोग और खेल-खेल में बच्चों को सिखाने पर ज़ोर दिया गया है। प्रांतीय गणित – विज्ञान मेला , छात्र छात्राओं में विज्ञान के प्रति अभिरुचि बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा।
उल्लेखनीय हो कि लोक शिक्षा समिति, बिहार द्वारा आयोजित प्रांतीय गणित-विज्ञान मेला का उद्घाटन रविवार देर शाम को सीवान के महावीरी सरस्वती विद्या मंदिर, विजयहाता के परिसर में प्रदेश सचिव मुकेश नंदन, सह सचिव रामलाल सिंह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक डॉ विनय कुमार सिंह, संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता प्रोफेसर रविन्द्र पाठक एवं महावीरी विद्यालय विजयहाता के अध्यक्ष अधिवक्ता सुनील दत्त शुक्ल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर के किया।
बताते चलें कि इस प्रांत स्तरीय मेले में उत्तर बिहार प्रांत के विभिन्न सरस्वती शिशु / विद्या मंदिरों में पढ़ने वाले लगभग सात सौ बाल वैज्ञानिक और बाल गणितज्ञ अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने वाले है। इस मेले में शामिल छात्र छात्राएं विज्ञान, वैदिक गणित एवं कंप्यूटर विषय से संबंधित प्रदर्श, पत्रवाचन, प्रश्नमंच आदि अनेक प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करेंगे।
इस महत्वपूर्ण आयोजन को सफल बनाने के लिए लोक शिक्षा समिति के सीवान विभाग निरीक्षक राजेश कुमार रंजन के मार्गदर्शन व प्रधानाचार्य शम्भू शंरण तिवारी के नेतृत्व में सीवान के सभी महावीरी विद्यालयों के प्रधानाचार्य , प्रबंध समिति के सभी अधिकारियों सहित महावीरी सरस्वती विद्या मंदिर विजयहाता के सभी आचार्य बन्धु भगिनी जूटे हुए है।