-प्राचीन नगरी के कायाकल्प और पौराणिक पहचान को कायम रखने के लिए सजग रहते हैं योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी दौरे का शतक लगा लिया। मंगलवार शाम केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ काशी के शतकीय यात्रा पर आये मुख्यमंत्री काशी विश्वनाथ दरबार में दर्शन पूजन किये बिना ही लौट गये। मुख्यमंत्री काशी विश्वनाथ दरबार में अब तक अपने दोनों कार्यकाल में मिलाकर 89 बार दर्शन पूजन कर चुके है। देश में आजादी के बाद योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री है जिन्होंने काशी का 100 बार दौरा किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को मुख्यमंत्री कितना अधिक तवज्जो देते हैं, उनका शतकीय दौरा बताता है। प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ 26 मई 2017 को बतौर मुख्यमंत्री वाराणसी पहली बार आये थे। वर्ष 2017 में मुख्यमंत्री ने वाराणसी का छह बार दौरा किया था। वर्ष 2018 में 22 बार, वर्ष 2019 में 23 बार, वर्ष 2020 में 13 बार, वर्ष 2021 में 23 बार, वर्ष 2022 में 11 अक्टूबर तक मुख्यमंत्री 13 बार काशी का दौरा कर चुके है। अक्टूबर माह के 12 दिनों में मुख्यमंत्री दूसरी बार वाराणसी आये।
मुख्यमंत्री अपने वाराणसी दौरे में विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा करने के बाद तीन से चार परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण करने के साथ ही बाबा विश्वनाथ के दरबार में दर्शन पूजन करते रहे हैं। काशी के कायाकल्प और पौराणिक पहचान को कायम रखने के लिए मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता अक्सर दिखती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ धाम के रिकार्ड समय में बनकर तैयार होना मुख्यमंत्री के लगातार निगरानी और स्थलीय निरीक्षण का नतीजा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हर दौरे में मौजूद रहने वाले मुख्यमंत्री विकास परियोजनाओं की भी निगरानी करते हैं। आपदा के अवसरों, खासकर वैश्विक महामारी कोरोना काल में लोगों तक चिकित्सकीय सुविधा मिले, इसके लिए मुख्यमंत्री खुद यहां अस्पतालों में आकर व्यवस्था को परखते रहे हैं। बाढ़ के मौसम में मुख्यमंत्री शहर के बाढ़ ग्रस्त इलाकों में जाकर राहत सामग्री बटवाने के साथ लोगों का कुशलक्षेम भी पूछते हैं। मुख्यमंत्री वाराणसी का दौरा करने के साथ वर्चुअल भी अफसरों के साथ आम लोगों से जुड़कर संवाद करते हैं। केन्द्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से लोगों को लाभान्वित करने के साथ ही संजीदगी से बातचीत करते हैं। खास बात यह है कि मुख्यमंत्री काशी में आकर देर रात तक विकास कार्यो का जायजा लेते हैं। ताकि लोगों को आवागमन में कठिनाई न हो। इस प्रकार मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ ने इतिहास रच दिया है।