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डेंगू से किशोर और बुखार से युवती की मौत, अभी भी कई लोग बीमार, क्या नहीं मिल रहा उचित इलाज?

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डेंगू संक्रमण का कहर

डेंगू का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। डेंगू और इसके संभावित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। गैर सरकारी अस्पतालों और घर में कुछ लोगों की मौत हुई है, परंतु स्वास्थ्य महकमा डेंगू से मौत की पुष्टि नहीं कर रहा है, जबकि परिजन डेंगू की जांच कराने के बाद इलाज के दौरान मौत होने की बात कह रहे हैं। पिछले दो दिनों में डेंगू, बुखार आदि से पीड़ित टेढ़वा परमापुर मोहल्ले में दो लोगों की मौत हुई है। इनमें से डेंगू से किशोर और बुखार से युवती की मौत होने की बात कही जा रही है।

मंडलीय अस्पताल में बने डेंगू वार्ड में मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण बेड भी बढ़कर 150 हो गए हैं। मंगलवार को 21 मरीजों को इलाज के बाद स्वस्थ होने पर अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया, लेकिन 10 से अधिक भर्ती भी हुए। सोमवार को शाम तक मंडलीय अस्पताल के डेंगू वार्ड में 75 से अधिक मरीज भर्ती हुए थे। मरीजों की संख्या बढ़ने पर बेड बढ़ाए जा रहे हैं। माह भर में 500 से अधिक लोग डेंगू वार्ड में भर्ती हो चुके हैं। इसमें से अधिकांश लोग ठीक भी हुए हैं।

डेंगू वार्ड
इस बीच पिछले दो दिनों में दो लोगों की जान गई है। इनमें से 14 वर्षीय हिमांशु पुत्र किशन सोनकर की मौत रविवार की रात हुई है। उनके चाचा मलखान सोनकर ने बताया कि बुखार आने पर हिमांशु को निजी अस्पताल ले गए। वहां जांच होने पर रिपोर्ट डेंगू पॉजिटिव आई। इसके बाद मरीज को वाराणसी ले गए। वहां इलाज के दौरान मौत हो गई। हिमांशू दो भाइयों में बड़ा था। छोटा भाई अंशू है।
दूसरी मौत इसी मोहल्ले की पूजा (24) पुत्री स्व. पतालू सोनकर की हुई है। पूूजा को दो दिन से बुखार था। वह दवा लेकर खा रही थी। सोमवार को दोपहर में पूजा की मौत हो गई। पूजा दो भाई और दो बहनों में सबसे छोटी थी। मोहल्ले में अब भी काफी संख्या में लोग बीमार है। जिला मलेरिया अधिकारी संजय द्विवेदी का कहना है कि अभी तक एलाइजा रिपोर्ट में डेंगू के 13 कन्फर्म और200 संभावित मरीज मिले हैं। जिले के अंदर डेंगू से किसी की मौत नहीं हुई है। अगर जिले के रहने वाले किसी व्यक्ति की मौत डेंगू से होगी तो उसकी रिपोर्ट आएगी।

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